अजमेर. जिले में राष्ट्रीय विचार मंच के बैनर तले एक कई संगठनों से जुड़े हजारों लोग रैली में शामिल हुए और नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 का समर्थन किया. रैली से पहले बीजेपी आरएसएस और सभी हिंदूवादी संगठन से जुड़े कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिक व महिलाएं ताजा पार्क में एकत्रित हुई. उसके बाद रैली के जरिए नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 का समर्थन में नारे लगाते हुए हजारों की संख्या में लोग जिला मुख्यालय पहुंचे.
राष्ट्रीय विचार मंच के संयोजक रामबाबू शर्मा ने कहा कि भारत की सीमा से लगते देश अफगानिस्तान पाकिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू जैन सिख बौद्ध पारसी ईसाई समुदाय के व्यक्तियों को हर तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है. लगातार उनकी संख्या उन देशों में कम होती जा रही है. ऐसे में उन लोगों को सम्मान देने और इस देश को नागरिकता प्रदान करें के उद्देश्य से नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 बनाया गया. इसका सभी नागरिकों ने मिलकर स्वागत और समर्थन किया है.
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शर्मा ने कहा कि यह अधिनियम व्यापक हित में है. जिससे किसी भी भारत के नागरिक के अधिकारों का कोई हनन नहीं होता है. ऐसे अल्पसंख्यकों के लिए बनाए अधिनियम का दुर्भावनापूर्ण आशय से अलोकतांत्रिक विरोध राष्ट्रीय संपत्ति को क्षति पहुंचाने और हिंसा करने वालों की भी रैली के माध्यम से निंदा की गई है. राष्ट्रीय विचार मंच के पत्र में मांग की गई है कि देश का माहौल बिगाड़ने और अमन-चैन को खत्म करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
आरएसएस के नगर महासंचालक सुनील जैन ने कहा कि राष्ट्रीय विचार मंच ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के समर्थन में रैली का आह्वान किया था. जिसमें अजमेर से सभी नागरिक शामिल हुए. यह रैली इस बात का प्रतीक है कि देश में जो भी अच्छा होगा. उसका नागरिक समर्थन करेंगे और देश में कहीं बुरा होगा, तो उसका प्रतिकार भी किया जाएगा. रैली के माध्यम से यह संदेश अजमेर की जनता को दिया गया. उन्होंने कहा कि विरोध करने के लिए कुछ तथाकथित यूनिवर्सिटी के लोग सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. आगजनी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. उनके खिलाफ सरकार और प्रशासन को सख्ती से निपटना चाहिए. देश को तोड़ने वाले तत्वों को कभी क्षमा नहीं करना चाहिए.