अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से दसवीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान के प्रकाशित सिलेबस के विरोधाभासी होने वाले महाराणा प्रताप पर की गई टिप्पणी के मामले को लेकर बोर्ड कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान बोर्ड प्रशासन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया.
राजपूत विकास परिषद के सचिव देवेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि बोर्ड के सिलेबस में महाराणा प्रताप के इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है, जिसे राजपूत समाज बर्दाश्त नहीं करेगा. वहीं कांग्रेस की सरकार बोर्ड का राजनीतिकरण कर रही है. साथ ही विद्यार्थियों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है, जो राजस्थान सरकार का दोहरा चरित्र है.
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वहीं उन्होंने बार कोड को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जल्द इसमें सुधार नहीं हुआ तो राजपूत समाज चुप नहीं बैठेगा. समाज कोर्ट की शरण लेगा और सड़कों पर उतरेगा. प्रदर्शन के दौरान परिषद के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
वही उन्होंने कहा कि जिस तरह से ऑनलाइन क्लॉसेज शुरू की गई है तो वहीं विद्यालयों द्वारा बच्चों को पढ़ाई करवाई जा रही है. लेकिन उन्हें किताबें नहीं दी जा रही. किताबों में जिन बार कोड को अंकित किया गया है, जिसे स्कैन करने के बाद बच्चों को दिशा एप के माध्यम से पढ़ना है. लेकिन उस बारकोड को स्कैन करने के बाद उसमें लिखा आ रहा है कि अभी किताब प्रकाशित नहीं हुई है. अब ऐसे में कांग्रेस सभी के साथ छलावा कर रही है.