अजमेर. राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट किसान रैली के समापन के बाद जयपुर लौटते समय मीडिया से रूबरू हुए. पायलट ने कहा कि राहुल गांधी के हनुमानगढ़, गंगानगर, अजमेर और नागौर जिलों के दौरे से संदेश गया है कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी केंद्र सरकार के तीनों किसान कानून के खिलाफ जमीन पर मजबूती से उतरे हैं.
पायलट ने कहा कि राहुल गांधी के आने से पूरे आंदोलन को गति मिली है. केंद्र सरकार जिद पर अड़ी है, घमंड और अहंकार इतना है कि किसानों की शहादत पर कोई सहानुभूति देने के लिए तैयार नहीं है. दिल्ली की सरहदों पर कीलें गाड़ी हुई है, फौज लगा रखी है और अन्नदाताओं को अपशब्द कहे जा रहे हैं. अन्नदाताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और दबिश दी जा रही है.
सचिन पायलट ने कहा कि लाखों किसान करीब 85 दिनों से दिल्ली की सरहद पर बैठे हैं. उनकी बिजली और पानी काट दी, लेकिन वे गांधीवादी तरीके से आंदोलन कर रहे हैं. पायलट ने कहा कि गांधीवादी तरीके से ही राजस्थान में आंदोलन को आगे बढ़ाना है. राहुल गांधी का दो दिवसीय दौरा मार्मिक रहा. उन्होंने सिद्धांत की बात कही है.
अन्नदाता के भविष्य पर संकट
पायलट ने कहा कि आज कोई चुनाव प्रचार और वोट की राजनीति नहीं है, लेकिन अन्नदाता के भविष्य पर संकट है. ऐसा किसानों को लगना नहीं चाहिए. इसलिए किसानों को हमदर्दी देने के साथ किसानों को ताकत देने के लिए राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे में लाखों लोगों से मिले और उनसे संवाद किया.
कांग्रेस सरकार किसानों को देगी मजबूती
उन्होंने कहा कि लोग उमीद कर रहे थे कि हमारी सरकार और पार्टी मिलकर किसानों को मजबूती देगी और राहुल गांधी के दौरे से इसे ताकत मिली है. पायलट ने कहा कि आगे जिलों में महापंचायत करेंगे, पार्टी के लोगो को सक्रिय करेंगे ताकि अंत मे केंद्र की सरकार को ये तीनों किसान विरोधी कानून वापस लेने पड़े.