अजमेर. देभभर में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को सुरक्षित करने के लिए राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम के तहत 19 से 21 जनवरी तक कार्यक्रम होगा. इसके तहत जिले में 2130 बूथ बनाए गए हैं. अभियान के तहत जिले में 4 लाख 62 हजार 78 बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाएगी.
देश में पोलियो से ग्रसित मरीज सन 2011 में हावड़ा में मिला था. 5 वर्षों से देश में कहीं भी पल्स पोलियो का मरीज सामने नहीं आया है. बावजूद इसके राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम के तहत 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को सुरक्षित करने के उद्देश्य से तीन दिवसीय कार्यक्रम चलाया जा रहा है. अजमेर में जिला और स्वास्थ्य विभाग ने पल्स पोलियो कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली है.
सीएमएचओ डॉ. केके सोनी ने बताया कि जिले में 19 जनवरी को 2130 बूथों पर बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. वहीं 20 और 21 जनवरी को कार्यक्रम से जुड़े कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाएंगे. डॉक्टर सोनी ने बताया कि जिले में 4 लाख 62 हजार 78 बच्चों को दवा पिलाई जाएगी. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पल्स पोलियो का संक्रमण है. लिहाजा प्रवास की वजह से पल्स पोलियो का संक्रमण देश में ना आए, इसलिए बच्चों को राष्ट्रीय पल्स पोलियो कार्यक्रम के तहत सुरक्षित किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि अजमेर धार्मिक और पर्यटन नगरी है, इसलिए उर्स मेले और पुष्कर मेले के दौरान भी विशेष अभियान चलाकर बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाई जाती है. उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थलों एवं रेलवे स्टेशन बस स्टैंड पर भी बूथ लगाए जाएंगे. विभाग की ओर से पल्स पोलियो कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई है. साथ ही विभाग आमजन से अपील भी कर रहा है कि वह अपने बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाकर सुरक्षित करें.