अजमेर. माता-पिता में हुए झगड़े की कीमत संतान को चुकानी पड़ती है. अजमेर के चंद्रवरदाई नगर में रहने वाली संतोष का विवाद 15 साल से अपने पति हीरालाल के चल रहा था. संतोष की शादी पाली जिले के रायपुर के समीप हऊवा की ढाणी निवासी हीरालाल के साथ हुई. आपसी विवाद के बाद संतोष चंद्रवरदाई नगर में अपने पीहर में रह रही है. संतोष ने अपने भाई के साथ मिलकर अपनी बड़ी बेटी संजू का विवाह पाली जिले के चंद्रावल में किया था. संजू की शादी को ढाई साल बीत चुके हैं और उसके 1 साल का बेटा भी है. लेकिन संजू की शादी में उसके पिता हीरालाल ने यह कहकर अड़ंगा डाला कि वह अभी नाबालिग है.
संजू के मामा और उसकी मां ने उसकी शादी करवा दी. जिसके बाद बेटी की शादी से खुश होने की बजाए पिता ने अपनी ही बेटी का घर बर्बाद करने की ठान ली. संजू के ससुराल पक्ष पर वह लगातार बेटी के नाबालिग होने का आरोप लगाता रहा. इस कारण संजू की गृहस्थी में भी आग लग गई. संजू के ससुराल वालों ने उससे किनारा कर लिया. पीड़िता संजू ने अपने पिता के झूठे आरोपों को निराधार साबित करने के लिए थाने के चक्कर लगाए. लेकिन, जब थाने से उसे न्याय नहीं मिला तो उसने अजमेर जिला एसपी के समक्ष अपनी पीड़ा जाहिर करने के लिए उपस्थित हुई. अपनी बारी का इंतजार कर रही संजू अचानक बेहोश हो गई और मौके पर हड़कंप मच गया. होश में आने के बाद संजू ने बताया कि उसकी उम्र 20 साल की है. बावजूद उसके पिता उसे नाबालिग बताकर उसकी गृहस्थी में जहर घोल रहे हैं.
वहीं पीड़िता संजू की मां ने बताया कि पति के साथ उसका 15 साल से विवाद चल रहा है. वह अपने पीहर रह रही थी. भाइयों के सहयोग से बड़ी बेटी की शादी की थी. उसका और पति का 15 साल से कोर्ट में मामला विचाराधीन है. तलाक होने पर उसे कुछ ना देना पड़े. इसके लिए वह लगातार उन पर दबाव बना रहा है और बालिग बेटी को नाबालिग बताकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उसके गृहस्थ जीवन में जहर घोल रहा है.
वहीं इस मामले में संजू के मामा ने बताया कि संजू की दसवीं की मार्कशीट में उसकी जन्मतिथि लिखी हुई है. जिससे वह बालिग है, लेकिन मां से विवाद के चक्कर में अब पिता बेटी को भी परेशान कर रहा है. वहीं होश में आने के बाद संजू ने अपना परिवाद एसपी कार्यालय को दिया है. मामले से संबंधित दस्तावेज लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.