नसीराबाद (अजमेर). देश-दुनिया में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रदेश सरकार ने आगामी 31 मार्च तक लॉक डाउन कर दिया है. इसके चलते मंगलवार को भी पुलिस और प्रशासन मुस्तैदी के साथ तैनात हैं. वहीं, नागरिकों के हित के लिए अब पुलिस सख्ती भी दिखाने लगी हैं. इसके चलते बाजारों में लोगों की आवाजाही सिर्फ आवश्यक कार्यों तक ही सीमित नजर आई. साथ ही कस्बे के दुकानदारों ने भी सहयोग करते हुए व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे.
नसीराबाद डिप्टी बृजमोहन असवाल ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि कोरोना वायरस को लेकर सरकार ने लॉक डाउन कर रखा है, जिसकी पालना सख्ती से करवाई जा रही है. इसलिए घरों से बाहर नहीं निकलें, इसी में सभी की सुरक्षा है. वहीं, पुलिस ने बाजार में निकले दुपहिया और चौपहिया वाहनों का चालान काटे जाने का सिलसिला शुरू कर दिया, जिससे बाजार में सन्नाटा और गली-मोहल्ले सुने नजर आए.
सिटी थाना यातायात प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद ने ईटीवी को बताया कि आमजन को निजी वाहन नहीं चलाने की लिए सजग किया गया और जिन्होंने सरकार की ओर से जारी निर्देशों का उलंघन किया. उनके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए सात वाहनों को जब्त किया और 11 वाहनों के चालान काटे गए.
वहीं, प्रस्तावित लॉक डाउन को देख बाजार में सिर्फ फल-सब्जी के ठेले, किराना और दूध की दुकानों सहित मेडिकल स्टोर ही खुले रहे, जिनसे लोग अपनी आवश्यकता का सामना खरीद रहे थे. मगर वहां पर भी ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो. इसकी हिदायत पुलिसकार्मिकों की ओर से दी जा रही थी.
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वहीं, 2 बजते ही पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए बाजार से फल-सब्जी के ठेले वालों को रवाना कर मेडिकल स्टोर को छोड़, किराना और दूध की दुकानों को भी बंद करवा दिया, जबकि नसीराबाद डिप्टी बृज मोहन असवाल, सिटी थाना सीआई लक्षमण सिंह नाथावत, स्वयं दौरा कर हालातों पर नजर रख सख्ती दिखा रहे है.