अजमेर. राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के गृह जिले अजमेर में संभाग के सबसे बड़े राजकीय जनाना अस्पताल में मरीजों को इलाज नहीं जिल्लत मिलती है. वहीं परिजनों के आवाज उठाने पर उन्हें पीटा जा रहा है. यह आरोप जनाना अस्पताल में आने वाले मरीज और परिजन लगा रहे हैं. जानकारी के अनुसार इन घटनाओं को अंजाम देने वाले कोई बदमाश नहीं है, बल्कि आरोप चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ पर है. पीड़ित मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार, बदसलूकी और मारपीट की शिकायत अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. नंद लाल को शिकायत दी है.
मरीज के परिजन राजेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को 12 बजे दिन में पत्नी को इलाज के लिए भर्ती करवाया था. इस दौरान 149 कमरे में मेल स्टाफ से कुछ पूछने गया तो उसने बदतमीजी की. अस्पताल में कोई सीधे मुंह बात नहीं करता है. नर्स से मरीज के लिए आवश्यक सलाह मांगने पर लताड़ दी जाती है. उन्होंने आरोप लगाया कि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गरीबों का अस्पताल में फायदा उठाया जाता है. गार्ड तक अस्पताल में जाने के लिए उनसे 100 रुपए वसूल कर लेता है. एक अन्य मरीज की परिजन शहनाज ने बताया कि उसकी ननद को डिलीवरी के लिए कल रात्रि को भर्ती करवाया था.
यह भी पढ़ें- बीजेपी सांसद जौनपुरिया का 'कीचड़ ज्ञान' फेल...खुद हुए कोरोना पॉजिटिव
रात को अचानक बड़ी डॉक्टरनी ने कहा कि 2 बोतल खून लाओ नहीं तो मरीज और बच्चा दोनों मर जाएगा. मैंने बड़ी डॉक्टरनी से मिन्नत की और कहा कि मैं अकेली हूं यहां खून का इंतजाम कैसे करूंगी. आप मेरी मदद करो तो लताड़ कर डॉक्टरनी ने चले जाने के लिए कहा. रात साढ़े 3 बजे ननद को बिलिडिंग होना शुरू हुआ, तब बड़ी डॉक्टरनी के पास गई थी तो उन्होंने झल्ला कर नर्स से कहा कि इसको तमाचा लगाकर भगा दो. साब मेरे छोटे छोटे बच्चे हैं. ननद के भी छोटे बच्चे हैं. ननंद और उसके बच्चे के मरने की बात सुनकर मैं बहुत घबरा गई थी, लेकिन मेरी किसी ने मदद नहीं की, बल्कि मेरे साथ मारपीट की गई. इसके बाद इसकी शिकायत उन्होंने दी है.
नागौर जिले के थांवला गांव से परिवार की महिला सदस्य के इलाज के लिए आए परिजन विष्णु प्रजापति ने कहा कि अस्पताल में कोई सीधे मुंह बात नहीं करता कुछ भी पूछने पर नर्सिंग स्टाफ बदसलूकी करते हुए जवाब देता है. जैसे कोई पहाड़ टूट गया हो. अस्पताल में कोई कुछ नहीं बताता. बाहर से आने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है. उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जाता. सरकारी अस्पताल में मरीजों को इलाज और सुविधाएं देने का सरकार कितना भी दावा करे, लेकिन धरातल पर यह दावे खोखले साबित हो रहे हैं. वह भी राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के गृह जिले में ऐसी हिमाकत मरीजों और परिजनों के साथ हो रही है.
यह भी पढ़ें- कोटा: एनसीबी ने पकड़ी 85 लाख कीमत की 2 किलो अल्प्राजोलम
राजकीय जनाना अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. नंदलाल ने बताया कि मरीजों के परिजनों से उन्हें शिकायत मिली है कि अस्पताल में उनके साथ ज्यादती की गई है. परिजनों को लिखित शिकायत देने के लिए कहा गया है. साथ ही अस्पताल चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ के साथ बैठक करके यह आश्वस्त किया जाएगा कि मरीजों और परिजनों के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि काम के बोझ की वजह से ऐसा संभव हो सकता है, लेकिन यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा.