अजमेर. राजस्थान सरकार जहां एक ओर कोरोना वॉरियर्स के लिए बड़े-बड़े दावे कर रही है, तो वहीं अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी नर्सिंग कर्मी पिछले 6 माह से वेतनमान को तरस रहे हैं. जिसके चलते नर्सिंग कर्मियों ने सोमवार को मेडिकल कॉलेज में धरना देकर अपना रोष का इजहार किया है.
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में कार्यरत सुनीता मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि मई माह में कोरोना संक्रमण को देखते हुए उन्हें नियुक्ति दी गई थी, लेकिन तब से सरकार अब तक उन्हें वेतन मान नहीं दिया गया. वह कई बार सक्षम अधिकारी के समक्ष अपनी परेशानी को रख चुके हैं, लेकिन कोई भी उनकी इस पीड़ा को नहीं समझ पा रहा है. जिसके चलते वह भूखे मरने पर मजबूर है. उन्होंने बताया कि 45 नर्सिंग कर्मियों को सरकार के आदेश पर जॉइनिंग तो दे दी गई, लेकिन उनका वेतन मान कौन करेगा. इसका निर्णय अभी तक नहीं लिया गया.
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अब ऐसे में वह ना तो मकान का किराया दे पा रहे हैं और ना ही अपने परिवार का भरण पोषण करने में सक्षम है. वेतनमान दिलवाने की मांग को लेकर मेडिकल कॉलेज में धरना शुरू कर दिया गया है. जब तक उन्हें वेतन नहीं दिया जाएगा. तब तक वह धरना समाप्त नहीं करेंगे. उन्होंने मांग पूरी नहीं होने पर भूख हड़ताल पर जाने की भी चेतावनी दी है.