अजमेर. पाकिस्तानी घुसपैठिए रिजवान अशरफ को कोर्ट के आदेश से न्यायिक अभिरक्षा में प्रदेश की सबसे सुरक्षित जेल में रखा गया है. नूपुर शर्मा की हत्या के इरादे से रिजवान सरहद पार कर (Pak Infiltrator in Rajasthan) गंगानगर आया था, जहां वह बीएसएफ के हत्थे चढ़ गया. बीएसएफ ने आरोपी रिजवान को स्थानीय पुलिस को सुपुर्द किया था. विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों ने पाक घुसपैठिए से पूछताछ की. बाद में उसे रविवार को कोर्ट में पुलिस ने पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया.
गंगानगर के हिंदूमलकोट थाना क्षेत्र में 16-17 जुलाई की रात को बीएसएफ ने भारतीय सीमा में घुस आए घुसपैठिए मोहम्मद रिजवान को पकड़ा था. गर्मी पूछताछ में ही उसने बताया था कि वह पाकिस्तान से नूपुर शर्मा की हत्या के इरादे से (Nupur Sharma Threat Case) सरहद पार कर आया है. बीएसएफ ने प्रारंभिक पूछताछ करने के बाद आरोपी रिजवान को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया. आरोपी की तलाशी में धारदार हथियार भी बरामद किए थे. प्रारंभिक पूछताछ में रिजवान अशरफ ने बताया था कि वह पाकिस्तान के मंडी बहाउद्दीन शहर का रहने वाला है.
स्थानीय पुलिस ने रविवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश किया था, जहां उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है. संवेदनशील मामला होने की वजह से पाक घुसपैठिए रिजवान को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया गया है. सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पाक रिजवान को हाई सिक्योरिटी जेल में छोड़ा गया है. हाई सिक्योरिटी जेल अधीक्षक पारस जांगिड़ ने बताया कि रिजवान को सशस्त्र जवानों के सुरक्षा घेरे में गंगानगर पुलिस सोमवार को शाम को कोर्ट के आदेश से छोड़कर गई है. जेल में उसे अन्य बंदियों से बिल्कुल अलग रखा गया है.
गौरतलब है कि पाक घुसपैठिया रिजवान कट्टर इस्लामिक संगठन (Tehreek e Labbaik Pakistan) तहरीर ए लब्बैक का सदस्य है. नूपुर शर्मा की हत्या का लेकर वह सरहद पार कर श्रीगंगानगर में दाखिल हो गया, जहां बॉर्डर पर सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही बीएसएफ की सीमा चौकी क्षेत्र में वह 16-17 जुलाई की रात को तारबंदी तक पहुंच गया था. जिसकी घेराबंदी कर बीएसएफ के जवानों ने पकड़ लिया था.