अजमेर. मौसम के बदलाव के कारण शहर में मौसमी बीमारियों का प्रकोप लगातार ही बढ़ता जा रहा है. अब ऐसे में अस्पतालों में मौसम के प्रकोप का शिकार बने मरीजों की संख्या भी धीरे -धीरे बढ़ने लगी है. इस बारे में जब जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के डॉ. रविश सामरिया से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मौसम का बदलाव एक आम बात है.
उन्होंने कहा कि इंसान का शरीर भी मौसम के बदलाव के लिए खुद को तैयार करता है ऐसे में मौसमी बीमारियों का शिकार होना आम बात है, जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है, वह मौसमी बीमारियों की चपेट में आने के बाद भी सुरक्षित रहते हैं, लेकिन कई लोग कमजोर इम्यूनिटी के कारण मौसमी बीमारियों से नहीं लड़ नही पाते और वह तरह तरह की बीमारियों का भी शिकार हो जाते है.
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वहीं कोरोना के सामने आ रहे सवाल पर डॉक्टर माहेश्वरी ने कहा कि इस समय कोरोना एक बार फिर अपना असर दिखा रहा है, लेकिन अजमेर की बात करे तो यहां अभी हालफिलहाल स्थिति गंभीर नहीं है. शहर में अभी कोरोना के 5 मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती किया गया है. जिनकी स्थिति भी ज्यादा गंभीर नहीं है, लेकिन फिर भी आम जनता को कोरोना से बचने के लिए कोरोना गाइडलाइंस का पालन करना और एहतियात बरतना जरूरी है. दवाओं के असर से कोरोना को पूरी तरह से नहीं हराया जा सकता है. कोरोना को पूरी तरह हराने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करना अनिवार्य है.