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अजमेरः टॉप टेन वांटेड अपराधियों में शुमार कुख्यात इनामी बदमाश गिरफ्तार, पिता की मौत के बाद पहुंचा था अजमेर

अजमेर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए टॉप टेन वांटेड अपराधियों में शुमार इनामी बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.

कुख्यात इनामी बदमाश गिरफ्तार, Notorious prize crook arrested in ajmer
कुख्यात इनामी बदमाश गिरफ्तार
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Published : May 14, 2021, 11:03 AM IST

अजमेर. जिला पुलिस की ओर से जिले के टॉप टेन वांटेड अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में रामगंज थाने का टॉप टेन वांटेड अपराधी मनोज बिजावत को पकड़ने में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है. इसके बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए सीओ साउथ मुकेश सोनी ने बताया कि मनोज बिजावत पर पुलिस की ओर से 5 हजार का इनाम घोषित किया गया था.

पुलिस को सूचना मिली कि मनोज अपने पिता की मृत्यु होने के कारण अपने घर आया हुआ है. इस संबंध में एसपी की ओर से विशेष टीम का गठन किया गया. मुकेश सोनी ने बताया कि इस मामले में तीन टीमों का गठन किया गया था. जिसमें डीएसटी टीम, एस एचओ क्लॉक टावर दिनेश कुमावत की टीम, एसएचओ रामगंज सतेंद्र नेगी की टीम शामिल रहे. तीनों टीमों ने मनोज के सभी संभावित ठिकानों पर उसकी तलाश शुरू कर दी थी.

पढ़ें- जयपुर ACB की कार्रवाई: दौसा और बांदीकुई SDM लाखों की रिश्वत लेते गिरफ्तार, एक दलाल भी चढ़ा हत्थे

इस दौरान पुलिस को पता चला कि मनोज अपने पुराने रिहायशी मकान पर ही है, तो तीनों टीमों ने वहां दबिश देकर मनोज को गिरफ्तार किया. इसके बाद उसे थाने पर लाकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपने जुर्म कुबूल कर लिए. गौरतलब है कि मनोज के खिलाफ पहले से ही 8-9 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें से एक मुकदमा धारा 376 का भी है.

अफगानी महिला के फर्जी दस्तावेज बनाने का मामला

वर्तमान में यह है किसी अफगानी महिला के फर्जी डॉक्यूमेंट बनवाने के मामले में 2018 से फरार चल रहा था. क्लॉक टावर थाने में भी यह है, सेंडिंग और इनकी है यहां 2008 से यह क्लॉक टावर थाने से भी फरार चल रहा था. फिलहाल पुलिस मनोज को रिमांड पर लेकर उससे आगे की पूछताछ करेगी और उसके सहयोगियों के बारे में पता लगाएगी जिन के सहयोग से वह इतने लंबे समय तक फरार रहा.

चंडीगढ़ में उड़ाए थे हीरे

आरोपी मनोज बिजावत ने महिला मित्र के साथ साल 2008 में चंडीगढ़ के शोरूम में हीरो चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. इसके अलावा विदेश में भी चोरी की वारदातें अंजाम दे चुका है. आरोपी क्लॉक टावर थाने का भी वारंटी है, जिसमें गिरफ्तारी के बाद आरोपी अदालत की तारीख पेशी से भी फरार चल रहा है. जिसके खिलाफ अजमेर जिले में धोखाधड़ी, चोरी, बलात्कार सहित आठ प्रकरण भी दर्ज है.

पढ़ें- कृषि कानून को लेकर SC की ओर से गठित कमेटी अच्छी है, जल्द ही संवाद के जरिए समाधान होगा: अर्जुन राम मेघवाल

अदाकार भी था मनोज बिजावत

बता दें कि मोस्ट वांटेड मनोज बिजावत ने अपराध की दुनिया में आने से पहले राजस्थानी फिल्मी में भी अदाकारी की है, उसके पिता अभय सिंह बिजावत ने उसके लिए राजस्थानी फिल्म भी बनाई, लेकिन फिल्मी दुनिया मनोज को ज्यादा रास नहीं आया. फराटेदार अंग्रेजी बोलने वाला मनोज देशी-विदेशी दोस्तों के दम पर इंटरनेशनल चोर गैंग का सरगना है, वह चंडीगढ़, मुंबई सहित कई बड़े शहर में चोरी की वारदात अंजाम दे चुका है.

अजमेर. जिला पुलिस की ओर से जिले के टॉप टेन वांटेड अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में रामगंज थाने का टॉप टेन वांटेड अपराधी मनोज बिजावत को पकड़ने में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है. इसके बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए सीओ साउथ मुकेश सोनी ने बताया कि मनोज बिजावत पर पुलिस की ओर से 5 हजार का इनाम घोषित किया गया था.

पुलिस को सूचना मिली कि मनोज अपने पिता की मृत्यु होने के कारण अपने घर आया हुआ है. इस संबंध में एसपी की ओर से विशेष टीम का गठन किया गया. मुकेश सोनी ने बताया कि इस मामले में तीन टीमों का गठन किया गया था. जिसमें डीएसटी टीम, एस एचओ क्लॉक टावर दिनेश कुमावत की टीम, एसएचओ रामगंज सतेंद्र नेगी की टीम शामिल रहे. तीनों टीमों ने मनोज के सभी संभावित ठिकानों पर उसकी तलाश शुरू कर दी थी.

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इस दौरान पुलिस को पता चला कि मनोज अपने पुराने रिहायशी मकान पर ही है, तो तीनों टीमों ने वहां दबिश देकर मनोज को गिरफ्तार किया. इसके बाद उसे थाने पर लाकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपने जुर्म कुबूल कर लिए. गौरतलब है कि मनोज के खिलाफ पहले से ही 8-9 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें से एक मुकदमा धारा 376 का भी है.

अफगानी महिला के फर्जी दस्तावेज बनाने का मामला

वर्तमान में यह है किसी अफगानी महिला के फर्जी डॉक्यूमेंट बनवाने के मामले में 2018 से फरार चल रहा था. क्लॉक टावर थाने में भी यह है, सेंडिंग और इनकी है यहां 2008 से यह क्लॉक टावर थाने से भी फरार चल रहा था. फिलहाल पुलिस मनोज को रिमांड पर लेकर उससे आगे की पूछताछ करेगी और उसके सहयोगियों के बारे में पता लगाएगी जिन के सहयोग से वह इतने लंबे समय तक फरार रहा.

चंडीगढ़ में उड़ाए थे हीरे

आरोपी मनोज बिजावत ने महिला मित्र के साथ साल 2008 में चंडीगढ़ के शोरूम में हीरो चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम दिया था. इसके अलावा विदेश में भी चोरी की वारदातें अंजाम दे चुका है. आरोपी क्लॉक टावर थाने का भी वारंटी है, जिसमें गिरफ्तारी के बाद आरोपी अदालत की तारीख पेशी से भी फरार चल रहा है. जिसके खिलाफ अजमेर जिले में धोखाधड़ी, चोरी, बलात्कार सहित आठ प्रकरण भी दर्ज है.

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अदाकार भी था मनोज बिजावत

बता दें कि मोस्ट वांटेड मनोज बिजावत ने अपराध की दुनिया में आने से पहले राजस्थानी फिल्मी में भी अदाकारी की है, उसके पिता अभय सिंह बिजावत ने उसके लिए राजस्थानी फिल्म भी बनाई, लेकिन फिल्मी दुनिया मनोज को ज्यादा रास नहीं आया. फराटेदार अंग्रेजी बोलने वाला मनोज देशी-विदेशी दोस्तों के दम पर इंटरनेशनल चोर गैंग का सरगना है, वह चंडीगढ़, मुंबई सहित कई बड़े शहर में चोरी की वारदात अंजाम दे चुका है.

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