अजमेर. विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में मोहर्रम उर्स 2022 परवान पर है. देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में जायरीन दरगाह में बाबा फरीद के उर्स में हाजरी लगाने पहुंचे. शुक्रवार को ख्वाजा गरीब नवाज की छठी भी मनाई गई. छठी के अवसर पर आयोजित फातिहा में बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे. कायड़ विश्राम स्थली में भी वाटरप्रूफ डोम में छठी शरीफ की फातिहा का आयोजन हुआ.
मौलाना जाकिर शम्सी ने ख्वाजा गरीब नवाज की जीवनी और उनकी शिक्षा के बारे में जानकारी दी. फातिहा के अंत में देश में अमन चैन और खुशहाली की दुआ मांगी गई. वहीं दरगाह और विश्राम स्थली पर दरगाह कमेटी, अंजुमन कमेटी सहित विभिन्न संगठनों की ओर से लंगर तकसीम किया गया. उर्स के मौके पर शुक्रवार का दिन अजमेर आने वाले जायरीन के लिए विशेष रहा. जायरीन ने बाबा फरीद के चिल्ले की जियारत की. वहीं ख्वाजा गरीब नवाज की मजार पर अकीदत के फूल पेश किए. बाद में जायरीन फातिहा में शामिल हुए. दोपहर को जायरीन जुमे की नमाज में शामिल हुए.
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बारिश की वजह से जायरीन नहीं पहुच पाए दरगाह: बारिश की वजह से हजारों जायरीन छठी के अवसर पर नही पहुंच पाए. ऐसे में दरगाह कमेटी ने विश्राम स्थली पर ही छठी की फातिहा का इंतजाम किया था. फातिहा के बाद जायरीन को लंगर तकसीम किया गया. दोपहर को हजारों जायरीन ने विश्राम स्थली पर ही वाटर प्रूफ बड़े डोम में ही जुमे की नमाज अदा की.