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अजमेर में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग

कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए अजमेर में सीएचसी, उपजिला और जिला अस्पतालों में व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी.

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तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग
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Published : May 24, 2021, 10:59 PM IST

अजमेर. शहर के जोन में कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए सीएचसी, उपजिला और जिला अस्पतालों में व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए. बताया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी. यहीं वजह है कि अजमेर जोन के सभी आरसीएमएचओ से व्यवस्थाओं को लेकर जोन स्तर पर जानकारी जुटाई जा रही है.

तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग

बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है. हालांकि पिछले पांच दिन में नए कोरोना मरीजों के मिलने में कमी आई है. बावजूद इसके कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुटा हुआ है. खासकर कोरोना से पीड़ित बच्चों के ईलाज के लिए सीएचसी, उपजिला और जिला स्तर पर 0 से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष इंतजाम करने के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने निर्देश जारी किए है.

पढ़ें: 26 मई को किसान संगठनों के काला दिवस मनाने की घोषणा पर बिफरे कटारिया, किसान संगठनों और विपक्षी दलों पर जमकर बरसे

डॉ. सिंह ने बताया कि जोन के सभी आरसीएमचओ से सीएचसी और उपजिला अस्पतालों में बच्चों के ईलाज को लेकर आवश्यक बेड और अन्य उपकरणों के बारे में जानकारी मांगी गई है. उन्होंने बताया कि सीएचसी लेवल पर एनबीएसयू ( न्यू बोर्न एस्टेबलाइज्ड यूनिट ) के 4 से 6 बेड, जिला स्तर पर एसएनसीयू (सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट) में कम से कम 18 बेड, उपजिला अस्पतालों में 6 से 8 रेडियंट वार्मर बेड बेहतर स्थिति में रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही जिला स्तर के अस्पतालों में चिल्ड्रेन वार्ड में (एमसीएच) मदर चाइल्ड हेल्थ यूनिट में ऑक्सीजन की पर्याप्त ऑक्सीजन रखने के निर्देश दिए गए हैं.

इसके अलावा डॉ. सिंह ने बताया कि तीसरी लहर का असर अजमेर जोन में बच्चों पर देखने को नहीं मिल रहा है. उन्होंने बताया कि घरों में क्वारंटाइन पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से बच्चे कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. लेकिन उनकी संख्या काफी कम है. साथ ही डोर टू डोर सर्वे टीम उन्हें मेडिकल किट मोहिया करवा रही है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या में 6 से 8 फीसदी बच्चे हैं. लेकिन इससे परेशान होने की आवश्यकता नहीं है.

अजमेर. शहर के जोन में कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए सीएचसी, उपजिला और जिला अस्पतालों में व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए. बताया जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी. यहीं वजह है कि अजमेर जोन के सभी आरसीएमएचओ से व्यवस्थाओं को लेकर जोन स्तर पर जानकारी जुटाई जा रही है.

तीसरी लहर से निपटने की तैयारी में जुटा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग

बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर का कहर जारी है. हालांकि पिछले पांच दिन में नए कोरोना मरीजों के मिलने में कमी आई है. बावजूद इसके कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुटा हुआ है. खासकर कोरोना से पीड़ित बच्चों के ईलाज के लिए सीएचसी, उपजिला और जिला स्तर पर 0 से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए विशेष इंतजाम करने के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने निर्देश जारी किए है.

पढ़ें: 26 मई को किसान संगठनों के काला दिवस मनाने की घोषणा पर बिफरे कटारिया, किसान संगठनों और विपक्षी दलों पर जमकर बरसे

डॉ. सिंह ने बताया कि जोन के सभी आरसीएमचओ से सीएचसी और उपजिला अस्पतालों में बच्चों के ईलाज को लेकर आवश्यक बेड और अन्य उपकरणों के बारे में जानकारी मांगी गई है. उन्होंने बताया कि सीएचसी लेवल पर एनबीएसयू ( न्यू बोर्न एस्टेबलाइज्ड यूनिट ) के 4 से 6 बेड, जिला स्तर पर एसएनसीयू (सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट) में कम से कम 18 बेड, उपजिला अस्पतालों में 6 से 8 रेडियंट वार्मर बेड बेहतर स्थिति में रखने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही जिला स्तर के अस्पतालों में चिल्ड्रेन वार्ड में (एमसीएच) मदर चाइल्ड हेल्थ यूनिट में ऑक्सीजन की पर्याप्त ऑक्सीजन रखने के निर्देश दिए गए हैं.

इसके अलावा डॉ. सिंह ने बताया कि तीसरी लहर का असर अजमेर जोन में बच्चों पर देखने को नहीं मिल रहा है. उन्होंने बताया कि घरों में क्वारंटाइन पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने से बच्चे कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. लेकिन उनकी संख्या काफी कम है. साथ ही डोर टू डोर सर्वे टीम उन्हें मेडिकल किट मोहिया करवा रही है. उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिदिन कोरोना मरीजों की संख्या में 6 से 8 फीसदी बच्चे हैं. लेकिन इससे परेशान होने की आवश्यकता नहीं है.

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