अजमेर. वैशाली नगर में रविवार को अमन और अंकिता परिणय सूत्र में बंधे. लेकिन शादी समारोह में कोई सामूहिक भोज का आयोजन नहीं हुआ. केवल मात्र शादी में 15 से 20 लोग ही शामिल रहे. डेढ़ घंटे में पंडित जी ने सात फेरे करवाकर अमित और अंकिता को परिणय सूत्र में बांध दिया.
दरअसल, इन दोनों की शादी लॉकडाउन के पहले ही तय हो चुकी थी. सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी. लेकिन कोरोना संक्रमण का लगातार खतरा बनने के बाद देशभर में लॉकडाउन के बीच सभी किए गए इंतजामों को निरस्त कर दिया गया था.
वहीं शादी समारोह से पहले ही ना ही कोई मायरा भरा गया और ना ही कोई महिला संगीत हुआ. सारी रस्में छोड़ दी गई. बस सादगी के साथ ही यह विवाह हुआ. जो अजमेर के वैशाली नगर में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. दुल्हन सीकर की रहने वाली है. जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा से परमिशन लेकर माता-पिता अजमेर पहुंचे और अपनी पुत्री का अमन के साथ विवाह संपन्न करवाया गया.
सोशल डिस्टेंसिंग की हुई पालना
सात फेरों के दौरान अमन और अंकिता सोशल डिस्टेंसिंग की पूर्ण पालना करते हुए नजर आए. सभी लोग दूर बैठे हुए थे. वहीं दूल्हा-दुल्हन ने फेस पर मास्क भी लगा रखा था.