अजमेर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में आइसोलेशन अस्पताल का निर्माण कार्य आरंभ हो गया है. यह अस्पताल मार्च 2022 में बनकर तैयार हो जाएगा. अस्पताल के निर्माण से पहले यहां पर ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जा रहा है. लगभग 70 से 80 मीटर नए नाले का निर्माण कार्य आरंभ हो गया है. मानसून के दौरान नगीना बाग से आ रहे नाले के पानी की निकासी सुगम हो इसके लिए पुराने कच्चे नाले को पक्का कर विजय लक्ष्मी पार्क के पास से गुजर रहे नाले से जोड़ा जाएगा. इससे बरसात के दौरान अस्पताल परिसर में पानी जमा नहीं होगा और मरीज एवं उनके परिजन को दिक्कत नहीं होगी.
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आइसोलेशन वार्ड के आसपास पुराने भवन को क्षतिग्रस्त कर भूमि का समतलीकरण कर दिया गया है. 7.2 करोड़ की लागत से अस्पताल का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया गया है. नये अस्पताल के बनने के बाद अब 30 की जगह आइसोलेशन अस्पताल में 100 बेड होंगे. संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए मरीज को कुछ दिनों तक अलग रखा जाता है. कोविड-19 संक्रामक बीमारी है, इसलिए इससे पीड़ित या पीड़तों के संपर्क में आने वालों को अलग रखा जा रहा है.
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राज्य सरकार की पहल पर अजमेर के जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में 100 बेड का आइसोलेशन अस्पताल बनाया जा रहा है. जिला कलेक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित एवं नगर निगम के आयुक्त और अजमेर स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव प्रोजेक्ट की मॉनीटरिंग कर रहे हैं.
जी प्लस थ्री किया जाएगा निर्माण
पुराने आइसोलेशन वार्ड के पास ही 800 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में जी प्लस थ्री आइसोलेशन अस्पताल का निर्माण प्रस्तावित है. नये परिसर में ग्राउंड फ्लोर, सेकंड फ्लोर और थर्ड फ्लोर पर वार्ड का निर्माण किया जाएगा. प्रत्येक वार्ड में 24-24 बेड का प्रावधान होगा. प्रत्येक फ्लोर पर टॉयलेट ब्लॉक बनाए जाएंगे. फर्स्ट फ्लोर पर ऑपरेशन थियेटर और 6 स्पेशल वार्ड अटैच वॉशरूम-टॉयलेट की सुविधा होगी. नये भवन में दो लिफ्ट का प्रवधान रखा गया है. वार्ड में लिफ्ट की सुविधा होने से यहां भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.