अजमेर. भारत के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच राष्ट्रवादी संगठन के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार एक दिवसीय यात्रा पर रविवार को अजमेर पहुंचे. वह मुस्लिम एकता मंच के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. सभी ने इंद्रेश कुमार का स्वागत किया. अजमेर उत्तर विधायक और पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी भी उनके साथ मौजूद रहे.
इंद्रेश कुमार ने कहा, कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में 10 से 12 प्रांत के लोग शामिल हुए हैं. 'हम सब एक हैं' इस संदेश को लेकर इस चर्चा का आयोजन किया गया है. पहले हमारा देश है, उसके बाद मजहब है. हिंदुस्तान ही एकमात्र ऐसा देश है, जहां सर्व धर्म के लोग मौजूद हैं. ईसाइयों के 224 फिरके (जातियां) हैं, हिंदुस्तान में इस्लाम के 72 फिरके (जातियां) हैं. वहीं 18 बौद्ध धर्म के फिरके (जातियां) हैं. इसलिए हमारा देश पहले है और मजहब बाद में. राजनीति और कट्टरता इस देश को तोड़ नहीं सकती है.
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पत्रकारों से बातचीत में इंद्रेश कुमार ने कहा, कि सीएए किसी की नागरिकता छीनने का प्रावधान नहीं है. लोगों को इसका विरोध नहीं करना चाहिए था बल्कि पड़ोसी मुल्कों में जो और भी धर्म के लोगों पर जुल्म हो रहा है, उन्हें भी इसमें शामिल करने की मांग करनी चाहिए थी. अगर हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं तो हम पड़ोसी मुल्कों में हो रहे अल्पसंख्यकों पर जुल्म को बढ़ावा दे रहे हैं. इंद्रेश कुमार ने कहा, कि विश्व में दूसरे किसी देश ने इन जुल्मों के लिए कोई आवाज नहीं उठाई सिर्फ भारत ही है, जो उनके लिए इतना सोच रहा है.