अजमेर. नागौर जिले के पिलवा थाना क्षेत्र में बस्सी गांव में सुजानाथ की मौत के मामले में परिजनों ने गांव के ही दो युवकों पर हत्या का आरोप लगाया है. परिजन द्वारा अजमेर रेंज आईजी से मामले में जांच अधिकारी बदलने, हत्या और साजिश के तहत मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है.
मृतक सुजानाथ के परिजनों ने पीलवा थाना पुलिस पर आरोप लगाया है कि पहले दिन से सुजानाथ की मौत जंगली कीड़ों के काटने से होना बताकर हत्या का मामला दर्ज नहीं कर रही है. परिजनों ने बताया कि घटना 8 जुलाई की है, 9 जुलाई को खेत में सुजानाथ का शव मिला था. उसके शरीर पर कई गहरे जख्म थे.
पढ़ेंः चूरू: तीन दिन में मिले कोरोना के 56 नए रोगी, 530 सैंपल की जांच रिपोर्ट आई नेगेटिव
सुजानाथ का बाजवास के राजकीय चिकित्सालय में पोस्टमार्टम भी करवाया गया था. मृतक के रिश्तेदार ने बताया कि परबतसर में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद मामले में थाने में एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन पीलवा थाना पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं किया.
उन्होंने बताया कि बस्सी गांव के ही राजू नाथ और विश्राम नाथ पर हत्या का संदेह जताया है. उनका कहना है कि 8 जुलाई को राजू नाथ और विश्राम नाथ घर आकर सुजानाथ को अपने साथ ले गए थे. दोनों आरोपियों के साथ खेत को लेकर 1 वर्ष पहले भी कहा सुनी हुई थी. मृतक सूजानाथ की बेटी पूजा नाथ ने आईजी से मिलकर मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज कर निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है.
पढ़ेंः विधायक खरीद-फरोख्त प्रकरण: संजय जैन ने वॉयस सैंपल देने से किया इनकार
बता दे कि मृतक सुजानाथ की मौत पर उठे सवालों का जवाब परिजन पुलिस से मांग रहे है. पुलिस से न्याय नहीं मिला तो परिजनों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन पुलिस के पाले में पुनः प्रकरण आने के बाद भी मामले में जांच आगे नहीं सरक रही है.