अजमेर. जिला परिषद सीईओ गजेंद्र सिंह ने बताया कि उपमुख्यमंत्री एवं पंचायत राज मंत्री सचिन पायलट ने ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा कार्य शुरू करने के लिए प्रदेश की समस्त जिला परिषद के सीईओ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की है. इसके तहत कौन से कार्य और कितने कार्य, किन जगहों पर शुरू किए जाने हैं. इसको लेकर तीन दिन में कार्य योजना बनाकर सरकार को भेजने के लिए निर्देशित किया गया है.
उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत जल संरक्षण एवं सिंचाई के कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी. पीएमवाई और अपना खेत अपना जैसे कार्य, जिनमें कम लेबर लगती है. उन कार्यों को भी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा मनरेगा में 100 दिन के कार्य जिन श्रमिकों के पूरे नहीं हुए. उन्हें भी शामिल करके गाइड लाइन के अनुसार कार्य शुरू किए जाएंगे.
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सीईओ गजेंद्र सिंह ने बताया कि मनरेगा कार्य में एक श्रमिक को 13 दिन का एक ही प्लाट बनाकर दिया जाएगा और 2 श्रमिकों के बीच डेढ़ मीटर की दूरी रखी जाएगी. साथ ही श्रमिक को मास्क या गमछा पहनना अनिवार्य होगा. वहीं मेडिकल किट के साथ साबुन भी रखना अनिवार्य होगा. कार्य दिवस पर खाना खाने से पहले और बाद और कार्य के बाद घर लौटने से पहले हाथ धोना अनिवार्य होगा. इसके अलावा राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं मास्क बना सकती हैं.