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अजमेर: ओल्ड विश्राम स्थली पर बनाया जा रहा हॉर्टिकल्चर गार्डन, 1100 पेड़ लगाए गए - अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स

अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के तहत 5.46 करोड़ रुपए की लागत से पुष्कर रोड स्थित ओल्ड विश्राम स्थली का सौन्दर्यीकरण किया जा रहा है. यहां पर विभिन्न किस्मों के 1100 पेड़ लगाए गए हैं.

ajmer news, Horticulture garden
ओल्ड विश्राम स्थली पर बनाया जा रहा हॉर्टिकल्चर गार्डन
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Published : Apr 23, 2021, 7:29 PM IST

अजमेर. पुष्कर रोड स्थित विश्राम स्थली पर हॉर्टिकल्चर गार्डन तैयार किया जा रहा है. इसके तहत यहां पर फूलों और अन्य पौधों को सजावट के लिए जड़ वाले पत्तेदार और फलदार पौधे अन्य रंगों के पौधे श्रृंगार सामग्रियों के लिए उगाए जा रहे हैं. यहां पर 1600 विभिन्न किस्मों के पेड़ लगाए जाने हैं, जबकि वर्तमान में 1100 विभिन्न किस्मों के पेड़ लग चुके हैं. 1145 वर्ग मीटर में लॉन बनकर तैयार हो गया है. 220 मीटर में हैज और 290 मीटर में बेलदार पौधे लगाए जा चुके हैं. उल्लेखनीय है कि ऐतिहासिक तीर्थ नगरी अजमेर में पर्यटन स्थली बनने जा रही लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली मील का पत्थर साबित होगी. आनासागर के किनारे लेकफ्रंट पर चारों ओर की जा रही हरियाली स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी.

लेकफ्रंट के दोनों मुख्यद्वार तैयार

आनासागर झील अजमेर शहर का सौन्दर्य का केंद्र है. स्मार्ट सिटी परियोजना आनासागर झील के चारों और चहुमुंखी विकास कार्य किए जा रहे हैं. लेकफ्रंट के दोनों मुख्यद्वार बनकर तैयार हो गए हैं. यहां पर पेड़ लगने के बाद चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आने लगी है. जिला कलेक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित और नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव के निर्देशन में 5.46 करोड़ रुपए की लागत से आनासागर लेकफ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है. झील के चारों तरफ चौपाटी निर्माण से पर्यटन का विकास हुआ है. वर्तमान में आनासागर बर्ड पार्क के लिए सिविल वर्क का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. गार्डन को हरा-भरा करने का कार्य अप्रेल 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा.

यह भी पढ़ें- बीकानेर: नोखा जेल से फरार 2 कैदी हनुमानगढ़ से गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी

आकर्षण का केंद्र होगा सेल्फी पॉइंट

यहां पर सेल्फी पॉइंट बनकर तैयार हो गया है. गार्डन में आने वाले स्थानीय लोगों के साथ पयर्टकों के लिए सेल्फी पॉइंट आकर्षण का केंद्र होगा. लेकफ्रंट पर वॉक वे बनकर तैयार हो गया है. सुबह और शाम सैर करने लिए आने वाले लोग अपने आपको प्रकृति के काफी करीब पाएंगे. म्यूजिकल फाउंटेन के स्ट्रैक्चर का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है.

ये है खासियत

लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली पर आने वाले लोगों के लिए नजारा देखते ही बन रहा है. यहां पर चारों ओर हरियाली नजर आने लगी है और झील में पक्षी नजर आएंगे. पक्षियों के चह-चहाट के साथ यहां पर घूमने आने वाले लोगों को शांत वातावरण मिलेगा एवं स्वयं को प्रकृति के करीब पाएंगे. जोगिंग ट्रैक और पाथ-वे के साथ योगा सेन्टर, एक्टिविटी पार्क, बॉटनिकल गार्डन और बर्ड हेबिटेशन जोन बनाया गया है. लेकफ्रंट पर बॉटनिकल गार्डन, वॉक वे, म्यूजिकल फाउंटेन, फूड कोर्ट और गजीबो बनाए गए हैं. यहां पर आने वाले लोगों एवं पर्यटकों के बैठने की भी व्यवस्था है.

अजमेर. पुष्कर रोड स्थित विश्राम स्थली पर हॉर्टिकल्चर गार्डन तैयार किया जा रहा है. इसके तहत यहां पर फूलों और अन्य पौधों को सजावट के लिए जड़ वाले पत्तेदार और फलदार पौधे अन्य रंगों के पौधे श्रृंगार सामग्रियों के लिए उगाए जा रहे हैं. यहां पर 1600 विभिन्न किस्मों के पेड़ लगाए जाने हैं, जबकि वर्तमान में 1100 विभिन्न किस्मों के पेड़ लग चुके हैं. 1145 वर्ग मीटर में लॉन बनकर तैयार हो गया है. 220 मीटर में हैज और 290 मीटर में बेलदार पौधे लगाए जा चुके हैं. उल्लेखनीय है कि ऐतिहासिक तीर्थ नगरी अजमेर में पर्यटन स्थली बनने जा रही लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली मील का पत्थर साबित होगी. आनासागर के किनारे लेकफ्रंट पर चारों ओर की जा रही हरियाली स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी.

लेकफ्रंट के दोनों मुख्यद्वार तैयार

आनासागर झील अजमेर शहर का सौन्दर्य का केंद्र है. स्मार्ट सिटी परियोजना आनासागर झील के चारों और चहुमुंखी विकास कार्य किए जा रहे हैं. लेकफ्रंट के दोनों मुख्यद्वार बनकर तैयार हो गए हैं. यहां पर पेड़ लगने के बाद चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आने लगी है. जिला कलेक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित और नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड अजमेर के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव के निर्देशन में 5.46 करोड़ रुपए की लागत से आनासागर लेकफ्रंट डवलपमेंट और बर्ड पार्क का निर्माण करवाया जा रहा है. झील के चारों तरफ चौपाटी निर्माण से पर्यटन का विकास हुआ है. वर्तमान में आनासागर बर्ड पार्क के लिए सिविल वर्क का कार्य पूर्ण कर लिया गया है. गार्डन को हरा-भरा करने का कार्य अप्रेल 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा.

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आकर्षण का केंद्र होगा सेल्फी पॉइंट

यहां पर सेल्फी पॉइंट बनकर तैयार हो गया है. गार्डन में आने वाले स्थानीय लोगों के साथ पयर्टकों के लिए सेल्फी पॉइंट आकर्षण का केंद्र होगा. लेकफ्रंट पर वॉक वे बनकर तैयार हो गया है. सुबह और शाम सैर करने लिए आने वाले लोग अपने आपको प्रकृति के काफी करीब पाएंगे. म्यूजिकल फाउंटेन के स्ट्रैक्चर का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है.

ये है खासियत

लेकफ्रंट ओल्ड विश्राम स्थली पर आने वाले लोगों के लिए नजारा देखते ही बन रहा है. यहां पर चारों ओर हरियाली नजर आने लगी है और झील में पक्षी नजर आएंगे. पक्षियों के चह-चहाट के साथ यहां पर घूमने आने वाले लोगों को शांत वातावरण मिलेगा एवं स्वयं को प्रकृति के करीब पाएंगे. जोगिंग ट्रैक और पाथ-वे के साथ योगा सेन्टर, एक्टिविटी पार्क, बॉटनिकल गार्डन और बर्ड हेबिटेशन जोन बनाया गया है. लेकफ्रंट पर बॉटनिकल गार्डन, वॉक वे, म्यूजिकल फाउंटेन, फूड कोर्ट और गजीबो बनाए गए हैं. यहां पर आने वाले लोगों एवं पर्यटकों के बैठने की भी व्यवस्था है.

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