अजमेर. अजमेर नगर निगम चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी 10 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. नागौर सांसद और पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल ने अजमेर में पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभा आयोजित कर शहरी मतदाताओं से वोट और समर्थन देने की अपील की.
हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन पर अपना पक्ष बताते हुए कहा कि सरकार ने कृषि कानून बनाकर देश में अपनी बेज्जती कराई है. इन कानूनों के जरिए किसानों की कौन सी आय डबल हो रही थी. अब सरकार यह सोच रही है कि कानून वापस ले तो लोग कहेंगे कि सरकार बैक फुट पर चली गई है, इसलिए सरकार संशोधन की बात भी कर रही है और होल्ड की बात भी कर रही है. सरकार हार गई है.
बेनीवाल ने कहा कि होल्ड का मतलब यही होता है कि स्थगित करना और संशोधन के लिए सदन में चर्चा के लिए कहना यह सरकार की हार है. एमएसपी की गारंटी और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू होती है तो मैं किसान संगठनों से अपील करूंगा कि सरकार चार कदम बढ़ाती है तो किसानों को भी एक कदम बढ़ाना चाहिए. किसान आंदोलन शांतिपूर्ण और अहिंसात्मक तरीके से हो.
उन्होंने कहा कि देश में हिंसा हो गई तो बहुत बड़ा नुकसान किसानों को होगा, कई लोग हिंसा चाहते हैं. किसान आंदोलन पंजाब से उठा था. वार्ता में भी वहीं लोग जाते हैं चूंकि राजस्थान से प्रत्युत्तर नहीं हो रहा था इसलिए आरएलपी सत्ता के साथ होते हुए भी किसानों के समर्थन में आई है. उन्होंने कहा कि किसान संगठन परेड में भाग ले रहे हैं. ऐसे में मैं खुद पार्टी के विधायकों और पदाधिकारियों के साथ शाहजहांपुर बॉर्डर पर परेड में शामिल रहूंगा.
कांग्रेस और भाजपा के शासन में शहरी व्यवस्था चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी ने 60 से भी ज्यादा नगर निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारे हैं. आरएलपी को शहरी क्षेत्रों में जन समर्थन मिल रहा है. बेनीवाल ने दावा किया है कि निकाय चुनाव में कई जगह पर आरएलपी की बोर्ड भी बनेंगे. उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में आरएलपी पार्टी की उतनी पकड़ नहीं है क्योंकि अभी शुरुआत है. निकाय चुनाव में नौजवानों का जोश, जज्बा और हौसला देखने को मिला है, उसे देख कर कहा जा सकता है कि आने वाला समय आरएलपी पार्टी का है.
बेनीवाल ने कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते 70 साल में शहरी व्यवस्था भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. नगर निगम, नगर परिषद, नगर पालिका भ्रष्टाचार में डूब गए हैं. इसके लिए कांग्रेस और भाजपा जिम्मेदार हैं. आरएलपी शहरी सरकार बनाने के लिए निकाय भ्रष्टाचार मुक्त हो उसके लिए प्रतिबद्ध है. शहरी मतदाता आरएलपी के समर्थन में मतदान करेगा. बेनीवाल ने कहा कि आने वाले चारों उपचुनाव भी आरएलपी अकेले ही लड़ेगी.