पुष्कर(अजमेर). अजमेर के पुष्कर खरखेड़ी रोड स्थित सावित्री माता मंदिर की पहाड़ी से सटे जंगल में युवती की लाश मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुष्कर पुलिस ने मौके पर एफएसअल (FSL) ओर एमओबी (MOB) की टीम बुलाकर जांच शुरू कर दी है.
पुष्कर थाना के सीओ ग्रामीण सुमित मेहरड़ा ने बताया कि पुलिस की ओर से विभिन्न तकनीकी और परम्परागत साधनों से युवती की तलाश की जा रही थी. वहीं अब मामले की विभिन्न नजरियों से जांच की जा रही है. एफएसअल और एमओबी से प्राप्त जानकारी और पुलिस की ओर से जुटाए साक्ष्यों के बाद ही मामले की स्थिति साफ हो पाएगी.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल, युवती ईदगाह कॉलोनी वैशाली नगर की रहने वाली है. 21 अक्टूबर को वह सावित्री कॉलेज के लिए अपने घर से निकली थी, लेकिन जब देर हो जाने के बाद भी युवती घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने क्रिश्चयनगंज थाने में युवती की गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया था. इसके बाद 22 अक्टूबर को परिजनों की निशानदेही पर युवती को भगा कर ले जाने के आरोपी ग्राम नोरका निवासी सुनील रावत को क्रिश्चयनगंज पुलिस ने अजमेर जेएलएन अस्पताल में चिन्हित कर लिया था. वहीं इसके बाद 23 अक्टूबर को लापता युवती की लाश मिलने से परिवार सदमे में है.
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पुलिस द्वारा जांच में शिथिलता बरतने के कारण घटी घटना
मृतका के परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा है कि आरोपी सुनील ने पांच लोगों के साथ मिलकर युवती से रेप किया फिर हत्या कर है. पुलिस को इसकी सूचना परिवार ने पूर्व में ही दे दी थी. क्रिश्चयनगंज पुलिस पर जांच में शिथिलता बरतने का आरोप भी लगाया है.
परिजनों ने मांग की है कि मृत युवती का मेडिकल बोर्ड ने अजमेर के जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सालय में पोस्टमार्टम किया जाए. वहीं पूरे मामले को लेकर पुलिस भी असमंजस में है. एफएसअल और एमओबी की जांच के साथ-साथ संदेहास्पद आरोपी सुनील के बयानों के बाद ही पूरे मामले में हत्या, बलात्कार या सुसाइड की पुष्टि हो पाएगी.