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CM गहलोत और सचिन पायलट के मतभेद का लाभ भाजपा को चुनाव में मिलेगा : पुखराज पहाड़िया - पंचायत समिति सदस्य चुनाव

भाजपा के पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया ने जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य के चुनाव को लेकर इटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने भाजपा की जीत का दावा किया है.

भाजपा पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया, BJP former district chief Pukhraj Pahadia
पुखराज पहाड़िया ने ईटीवी भारत से की बातचीत
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Published : Nov 27, 2020, 4:53 PM IST

अजमेर. जिला परिषद में सन 1995 में पहली बार भाजपा ने कब्जा जमाया था. उस वक्त भाजपा से पुखराज पहाड़िया सबसे पहले जिला प्रमुख बने थे. ऐसे में लंबे अंतराल के बाद भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व जिला प्रमुख एक बार फिर से चुनाव मैदान में जिला परिषद के वार्ड 2 से भाग्य आजमा रहे हैं. पहाड़िया को जिला परिषद का दावेदार भी माना जा रहा है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में पहाड़िया ने दावा किया है कि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मतभेदों का लाभ चुनाव में बीजेपी को जरूर मिलेगा.

पुखराज पहाड़िया ने ईटीवी भारत से की बातचीत

जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य के चुनाव में कई दिग्गज अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इनमें अजमेर जिला परिषद में भाजपा के पहले जिला प्रमुख रहे पुखराज पहाड़िया ने फिर से चुनाव में ताल ठोकी है. पहाड़िया लंबे समय से संगठन में भी सक्रिय रहे हैं. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में पुखराज पहाड़िया ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मतभेद का फायदा जिले में भाजपा को मिलेगा.

पढ़ेंः नागौर: फल के गोदाम में भीषण आग, तीन बाइक जलकर राख...लाखों का नुकसान

पहाड़िया का इशारा जिले में गुर्जर मतदाताओं की ओर था. बता दें कि जिले में गुर्जर मतदाताओं की तादाद काफी है. वहीं सचिन पायलट अजमेर से लोकसभा सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं. पहाड़िया ने बताया कि बिजली-पानी का मुद्दा चुनाव में काफी असर करेगा. वर्तमान कांग्रेस सरकार ने बिजली के बिलों में बेतहाशा बढ़ोतरी कर आमजन और किसानों पर आर्थिक बोझ डाला है. उन्होंने कहा कि पिछले 2 वर्षों में विकास के कार्य नहीं हुए हैं. इस कारण मतदाता फिर से जिला परिषद में भाजपा का बोर्ड बनाएगी. वहीं जिले की 11 पंचायत समितियों में भी भाजपा के प्रधान जीतकर आएंगे.

पहाड़िया ने कहा कि मतदान प्रतिशत कम रहने से भाजपा को कोई नुकसान नहीं है. भाजपा कार्यकर्ता सक्रिय है और उन्हें जिला परिषद में बोर्ड बनाना है और पंचायत समितियों में भाजपा को जिताना है. उन्होंने बताया कि शादियों के सीजन के कारण कई मतदाता शादियों में व्यस्त हैं. खेती के कामकाज की वजह से भी मतदान कम रहने की संभावना है.

पढ़ेंः केंद्रीय मंत्री शेखावत ने राजस्थान में बढ़ते अपराध को लेकर CM गहलोत पर कसा तंज

पहाड़िया ने जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य में भाजपा की जीत का दावा किया है. उनके दावे पर जनता मोहर लगाती है या प्रदेश में कांग्रेस सरकार के साथ कड़ी से कड़ी मिलाती है, यह चुनाव के नतीजे ही बताएंगे. एक दिलचस्प तथ्य बताना चाहेंगे कि 1995 से जिला परिषद में भाजपा के जितने भी जिला प्रमुख रहे हैं, उनमें से अधिकांश जिला प्रमुख पीसांगन पंचायत समिति क्षेत्र से ही रहे हैं.

अजमेर. जिला परिषद में सन 1995 में पहली बार भाजपा ने कब्जा जमाया था. उस वक्त भाजपा से पुखराज पहाड़िया सबसे पहले जिला प्रमुख बने थे. ऐसे में लंबे अंतराल के बाद भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व जिला प्रमुख एक बार फिर से चुनाव मैदान में जिला परिषद के वार्ड 2 से भाग्य आजमा रहे हैं. पहाड़िया को जिला परिषद का दावेदार भी माना जा रहा है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में पहाड़िया ने दावा किया है कि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मतभेदों का लाभ चुनाव में बीजेपी को जरूर मिलेगा.

पुखराज पहाड़िया ने ईटीवी भारत से की बातचीत

जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य के चुनाव में कई दिग्गज अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इनमें अजमेर जिला परिषद में भाजपा के पहले जिला प्रमुख रहे पुखराज पहाड़िया ने फिर से चुनाव में ताल ठोकी है. पहाड़िया लंबे समय से संगठन में भी सक्रिय रहे हैं. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में पुखराज पहाड़िया ने कहा कि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मतभेद का फायदा जिले में भाजपा को मिलेगा.

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पहाड़िया का इशारा जिले में गुर्जर मतदाताओं की ओर था. बता दें कि जिले में गुर्जर मतदाताओं की तादाद काफी है. वहीं सचिन पायलट अजमेर से लोकसभा सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं. पहाड़िया ने बताया कि बिजली-पानी का मुद्दा चुनाव में काफी असर करेगा. वर्तमान कांग्रेस सरकार ने बिजली के बिलों में बेतहाशा बढ़ोतरी कर आमजन और किसानों पर आर्थिक बोझ डाला है. उन्होंने कहा कि पिछले 2 वर्षों में विकास के कार्य नहीं हुए हैं. इस कारण मतदाता फिर से जिला परिषद में भाजपा का बोर्ड बनाएगी. वहीं जिले की 11 पंचायत समितियों में भी भाजपा के प्रधान जीतकर आएंगे.

पहाड़िया ने कहा कि मतदान प्रतिशत कम रहने से भाजपा को कोई नुकसान नहीं है. भाजपा कार्यकर्ता सक्रिय है और उन्हें जिला परिषद में बोर्ड बनाना है और पंचायत समितियों में भाजपा को जिताना है. उन्होंने बताया कि शादियों के सीजन के कारण कई मतदाता शादियों में व्यस्त हैं. खेती के कामकाज की वजह से भी मतदान कम रहने की संभावना है.

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पहाड़िया ने जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य में भाजपा की जीत का दावा किया है. उनके दावे पर जनता मोहर लगाती है या प्रदेश में कांग्रेस सरकार के साथ कड़ी से कड़ी मिलाती है, यह चुनाव के नतीजे ही बताएंगे. एक दिलचस्प तथ्य बताना चाहेंगे कि 1995 से जिला परिषद में भाजपा के जितने भी जिला प्रमुख रहे हैं, उनमें से अधिकांश जिला प्रमुख पीसांगन पंचायत समिति क्षेत्र से ही रहे हैं.

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