अजमेर. शहर के कई इलाकों में पानी की किल्लत तो है ही, पानी की सप्लाई का प्रेशर भी काफी कम आ रहा है. सप्लाई महज आधा घंटा ही दी जा रही है. पानी की किल्लत से लोग परेशान हैं. रामनगर क्षेत्र में पानी की किल्लत से परेशान महिलाएं क्षेत्र में सड़क पर उतर आईं.
गर्मी के सीजन में पानी की खपत ज्यादा होती है. कोरोना महामारी के चलते जन अनुशासन पखवाड़ा आगे बढ़ा दिया गया है. लोग महामारी से बचने के लिए घरों में रहने को मजबूर हैं. लेकिन लोगों को घरों में पर्याप्त पेयजल सप्लाई नहीं हो रही है. अजमेर उत्तर विधानसभा के रामनगर क्षेत्र में सवा महीने से अनियमित पेयजल सप्लाई से लोग परेशान हैं. क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि पीएचईडी विभाग को कई बार शिकायत दिए जाने के बावजूद क्षेत्र में पेयजल सप्लाई को सुचारू नहीं किया गया है.
पूर्व में पीएचईडी के अधिकारी नए पंप लगाने का हवाला दे रहे थे. नए पंप लगाए जाने के बावजूद भी पानी की सप्लाई पूरी नहीं दी जा रही है. बल्कि 48 घंटे की बजाय 72 घंटे में पानी की सप्लाई दी जा रही है. क्षेत्र की महिलाओं ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते लोग घरों में है इससे पानी की खपत और बढ़ गई है. क्षेत्र में पानी की सप्लाई सुचारू नहीं होने की वजह से पानी के कैंपर पैसे देकर मंगवाने पड़ रहे हैं.
क्षेत्र के पार्षद ज्ञान सारस्वत ने बताया कि नगर निगम के 1 से लेकर 7 वार्डों में पानी की सप्लाई सुचारू नहीं हो रही है. पानी की किल्लत से लोग परेशान हैं और उनमें रोष व्याप्त है. कर्फ्यू के बावजूद क्षेत्र में महिलाओं ने घर से बाहर निकल कर अपना रोष व्यक्त किया है. अनियमित पेयजल सप्लाई रही तो क्षेत्र के लोग घरों से निकलकर पीएचईडी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे.
सारस्वत ने कहा कि भोजन के बिना फिर भी रहा जा सकता है. लेकिन भीषण गर्मी में पेयजल के बिना रहना बहुत ही मुश्किल है. जिला प्रशासन को लोगों की परेशानी देखते हुए क्षेत्र में जल्द ही पेयजल आपूर्ति सुचारू करना चाहिए. उन्होंने बताया कि क्षेत्र में लगे करीब 10 हेड पंप खराब हो चुके हैं. जिनकी मरम्मत के लिए कई बार पीएचइडी अधिकारियों को लिखा जा चुका है. लेकिन नए ठेके नहीं होने की वजह से हेड पम्पों की मरम्मत नहीं हो पा रही है.