अजमेर. लॉकडाउन के बीच पूर्व कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा द्वारा कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया था और आम लोगों के आवागमन पर भी पाबंदी लगा दी गई थी. जिसके बाद कोई भी व्यक्ति बिना पुलिस की आज्ञा के अंदर प्रवेश नहीं कर पा रहा था. सभी आने-जाने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही थी, लेकिन नवनियुक्त कलेक्टर के आने के बाद नए नवाचार जिला कलेक्टर द्वारा लागू किए गए हैं.
हालांकि, जब ईटीवी भारत ने इस पूरे मामले में नवनियुक्त जिला कलेक्टर राजेश पुरोहित से बातचीत की तो उन्होंने इसे रूटीन प्रक्रिया बताया. जिस तरह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, उसके लिए जिला कलेक्टर राजेश पुरोहित द्वारा यह सफल प्रयास किए जा रहे हैं.
पुरोहित के आने के बाद जिला कलेक्ट्रेट का मुख्य द्वार भी आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. वहीं, अब पहली बार ऐसा होगा कि जिला कलेक्टर का चैंबर का दरवाजा भी आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को परेशान ना किया जाए और सभी लोगों को अंदर आने दिया जाए.
लोगों की मानें तो पहली बार ऐसा हुआ है, जब जिला कलेक्टर का दरवाजा लोगों के लिए खुला रहेगा. अब किसी भी व्यक्ति को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए नवनियुक्त जिला कलेक्टर द्वारा नए नवाचारों को लागू किया गया है. जिला कलेक्टर ने पुलिस अधिकारियों को भी इस ओर दिशा-निर्देश दिए हैं.
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आम लोगों के लिए खुले 'राहत' के द्वार...
इस आदेश के बाद अब दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. जिला कलेक्टर राजेश पुरोहित सभी लोगों से मुलाकात कर उनकी पीड़ा को सुनकर उनका निराकरण जल्द करेंगे. जिस तरह से पूर्व में कलेक्टर से मिलने के लिए काफी घंटों लोगों को इंतजार करना पड़ता था, ऐसे में अब लगता है कि लोगों को इससे राहत मिलेगी.