अजमेर. अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत संभाग के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में आइसोलेशन अस्पताल का निर्माण कार्य आरंभ हो गया है. आइसोलेशन वार्ड के आस-पास पुराने भवन को क्षतिग्रस्त कर भूमि का समतलीकरण किया जा रहा है. 7.2 करोड़ की लागत से अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है. 11 मार्च 2022 तक बनाया जाना प्रस्तावित है. अब 30 की जगह आइसोलेशन अस्पताल में 100 बेड होंगे.
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संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए मरीज को कुछ दिनों तक अलग रखा जाता है. उल्लेखनीय है कि कोरोना -19 संक्रामक बीमारी है, इसलिए इससे पीड़ित या पीड़तों के संपर्क में आने वालों लोगों को अलग रखा जा रहा है. राज्य सरकार ने सराहनी पहल करते हुए सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड का विस्तार कर सराहनीय पहल की है. इसी कड़ी में सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड का विस्तार किया जा रहा है. अजमेर में जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में 100 पलंगों का आइसोलेशन अस्पताल बनाया जा रहा है. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने दिसंबर 2020 को कोरोना संक्रमण बचाव की तैयारियों का जायजा लिया था. उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में पलंगों की संख्या 30 से बढ़ाकर 100 किए जाने की मंजूरी दी थी. इसके बाद जिला कलेक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित के मार्ग दर्शन में स्थान का चयन किया गया. वर्तमान में आइसोलेशन वार्ड के पीछे जी प्लस थ्री नया वार्ड बनाने की कार्य योजना तैयार की गई.
प्रत्येक वार्ड में 24-24 पलंग
800 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में जी प्लस थ्री आइसोलेशन अस्पताल बनाया जाना प्रस्तावित है. अस्पताल परिसर में ग्राउंड फ्लोर, सैकंड फ्लोर और थर्ड फ्लोर पर वार्ड बनाए जाएंगे. नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि प्रत्येक वार्ड में 24-24 पलंगों का प्रावधान होगा. प्रत्येक फ्लोर पर टॉयलेट ब्लॉक बनाए जाएंगे. फर्स्ट फ्लोर पर ऑपरेशन थियेटर और 6 स्पेशल वार्ड अटैच लेट-बाथ बनाए जाएंगे. मरीजों की सुविधा के लिए नए बनने वाले आइलोशन वार्ड में दो लिफ्ट का प्रावधान रखा गया है. वार्ड में लिफ्ट की सुविधा होने से यहां भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
मरीजों को मिलेगी राहत
संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए मरीज को उपचार के दौरान अन्य मरीजों एवं उनके परिजनों से अलग रखा जाता है. कोरोना काल के दौरान भी कोविड-19 संक्रामक बीमारी है, इसलिए इससे पीड़ित या पीड़तों के संपर्क में आने वालों लोगों को अलग रखा जा रहा है. राज्य सरकार ने सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड का विस्तार कर सराहनीय पहल की है. इसी कड़ी में सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड का विस्तार किया जा रहा है.
मेडिसन और पीडियाट्रिक ब्लॉक के बाद आइसोलेशन वार्ड
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में मेडिसन, पीडियाट्रिक ब्लॉक और पीजी गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण किया जा रहा है. 36.22 करोड़ की लागत से 310 पलंगों का जी प्लस सिक्स ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है. इस ब्लॉक में अंडरग्राउंड पार्किंग सुविधा प्रदान की जाएगी. 28.08 करोड़ की लागत से पीडियाट्रिक ब्लॉक का निर्माण कार्य आरंभ हो गया है. इस ब्लॉक में भी अंडरग्राउंड पार्किंग सुविधा प्रदान की जाएगी. इसी प्रकार 6.93 करोड़ की लागत से पीजी गर्ल्स हॉस्टल का निर्माण कार्य आरंभ हो गया है. जी प्लस थ्री ब्लॉक बनाया जाना प्रस्तावित है. प्रत्येक फ्लोर पर 20-20 कमरों का निर्माण किया जाएगा. इसी क्रम में अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड का विस्तार करते हुए 30 के स्थान पर 100 पलंगों का किया जा रहा है.