अजमेर. जिले में नगर निकाय चुनाव के दौरान कांग्रेस के वो वोटर नाराज होते नजर आ रहे हैं, जो हमेशा उसे ही वोट देते आए हैं. आरोप लग रहे हैं कि वार्ड संख्या 11, 12 और 13 में कांग्रेस ने जानबूझकर के अपनी पार्टी का सिंबल उम्मीदवारों को वितरित नहीं किया. इससे वहां के उम्मीदवारों में रोष व्याप्त हो गया है. इसको लेकर नाला बाजार स्थित रोड पर कुछ पोस्टर भी नजर आए, जिनमें मुस्लिम इलाकों के लिए ब्लैक डे लिखा है.
पढ़ें: कांग्रेस नेताओं का हल्ला बोल, कहा- केंद्र सरकार माने किसानों की बात...नहीं तो दिल्ली का करेंगे घेराव
रोड पर लगे पोस्टरों के जरिए संदेश दिया गया है कि मुस्लिम अब उन वार्डों के कांग्रेस को सपोर्ट नहीं करेंगे. साथ ही भाजपा को सहयोग करने की बात भी इसमें लिखी है. ये किसी एक व्यक्ति की शरारत है या इसके जरिए कई लोगों ने अपना संदेश दिया है, इसका पता तो बाद में चल सकेगा. लेकिन, इस प्रकार के पोस्टरों ने मीडिया और अन्य सामाजिक लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित किया है.
दरगाह बाजार में ऐसे पोस्टर कुछ जगहों पर लगे दिखाई दिए हैं. गौरतलब है कि वार्ड संख्या 11, 12 और 13 मुस्लिम बाहुल्य वार्ड है, जो कि हमेशा कांग्रेस के पक्ष में ही वोट करता आया है. लेकिन, इस बार नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस पदाधिकारियों की आपसी खींचतान के चलते इन तीनों वार्डों में से कोई भी उम्मीदवार तय नहीं कर सकी, जिसके चलते तीनों ही वार्डों में सिंबल वितरित नहीं की जा सके.
पढ़ें: प्रदेश सरकार ने युवाओं को भर्ती का जो प्रलोभन दिया है उससे नही मुकरे: वसुंधरा राजे
गौरतलब है कि शुक्रवार को अजमेर नगर निकाय चुनाव के नामांकन की अंतिम तिथि होने के बावजूद कांग्रेस ने अंतिम सूची जारी नहीं और अंतिम समय में कुछ सिंबल सीधे रिटर्निंग अधिकारियों तक पहुंचाए गए, लेकिन समय निकल गया और लोग सिंबल से मिलन करते रह गए. काफी समय के बाद स्थिति साफ नहीं हो सकी है. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी ने समय बीत जाने के बाद रिटर्निग अधिकारी के कार्यालय में कांग्रेसियों के पक्ष में गड़बड़ी किए जाने की आशंका जताई है. वहीं, पोस्टरों ने कांग्रेसियों को परेशान कर दिया है.