अजमेर. अतिरिक्त जिला कलेक्टर गजेंद्र सिंह राठौड़ ने कोरोना महामारी के दौरान शिक्षकों की भूमिका की सराहना करते हुए बुधवार को शिक्षक वर्ग का साधुवाद ज्ञापित किया. इस दौरान राठौर ने कहा कि महामारी के दौर में कोरोना किसी के साथ भी भेदभाव नहीं कर रहा है, पूरा प्रशासन आम जनता को कोरोना से बचाने में जी-जान से जुटा हुआ है.
इन्हीं प्रयासों में शिक्षक भी जिला प्रशासन की जी जान से मदद कर रहे हैं. साथ ही राठौड़ ने कहा कि शिक्षकों की ड्यूटी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राप्त होती है. शिक्षा निदेशक का आदेश है की शिक्षकों की ड्यूटी लगाने के लिए जिला कलेक्टर से ड्यूटी आदेश पर हस्ताक्षर करवाए जाएं ताकि शिक्षकों को भी ग्रीष्मकालीन अवकाश में पीएल और अन्य लाभ मिल सके. राठौड़ ने बताया कि इस कठिन वक्त में शिक्षकों को कई तरह की जिम्मेदारी सौंपी जा रही हैं.
जिनमें बी एल ओ डोर टू डोर सर्वे के अलावा शिक्षकों की ड्यूटी पेट्रोल पंप और रेलवे स्टेशन पर भी लगाई जा रही है. वहीं, लॉकडाउन के दौरान कई पेट्रोल पंप संचालक तय समय अवधि के बाद भी लोगों को पेट्रोल बेच रहे हैं. ऐसे में शिक्षक पेट्रोल पंप पर आने वाले ग्राहकों का रिकॉर्ड दर्ज कर रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि समय अवधि पूर्ण होने के बाद भी पेट्रोल पंप मालिक किस कारण से पेट्रोल बेच रहे हैं. इसके साथ ही रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वाले लोगों का भी पूरा ब्यौरा शिक्षकों की ओर से दर्ज किया जा रहा है.
वहीं, शिक्षक बाहर से आने वाले यात्रियों से उनका नाम मोबाइल फोन नंबर पता सहित अन्य जानकारी पूछ कर नोट कर रहे हैं, ताकि इन लोगों को होम आइसोलेट किया जा सके. इसके साथ ही कई शिक्षक कलेक्ट्रेट कार्यालय में भी ड्यूटी दे रहे हैं, इसके अलावा सावित्री स्कूल में भी शिक्षकों की ड्यूटी जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से लगाई गई है.जो यह सभी शिक्षक होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य संबंधी हाल-चाल का पता कर रहे हैं. वे सिर्फ शहरी क्षेत्रों में ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिक्षकों की ओर से पूरी निष्ठा के साथ ड्यूटी दी जा रही है, उन्होंने कहा कि उनका इस तरह से कर्तव्यनिष्ठ होकर अपनी ड्यूटी पूरी करना सच में तारीफ के काबिल है.