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अजमेर: वीकेंड कर्फ्यू और माइक्रो कंटेनमेंट जोन का कलेक्टर और एसपी ने अधिकारियों के साथ किया दौरा

अजमेर में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है. कोरोना से निपटने के राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करवाने में प्रशासन सतर्क है. अजमेर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित  रणनीति के तहत माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. वीकेंड कर्फ्यू के दौरान अधिकारियों ने शहर का दौरा करने के साथ-साथ माइक्रो कंटेनमेंट जोन क्षेत्रों का भी दौरा किया.

Visit of Ajmer District Collector,  Weekend Curfew in Ajmer
कलेक्टर और एसपी ने किया दौरा
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Published : Apr 17, 2021, 10:21 PM IST

अजमेर. वीकेंड कर्फ्यू को सफल बनाने में प्रशासन और पुलिस ने कमर कसी हुई है. वहीं, दूसरी ओर कोरोना संक्रमण को नियंत्रण करने के लिए रणनीति के तहत माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं. शनिवार को वीकेंड कर्फ्यू के दौरान कलेक्टर, एसपी, एडीएम सिटी, नगर निगम आयुक्त ने शहर का दौरा करने के साथ-साथ माइक्रो कंटेनमेंट जोन क्षेत्रों का भी दौरा किया.

कलेक्टर और एसपी ने किया दौरा

पढ़ें- Rajasthan Corona Update : राजस्थान में कोरोना संक्रमण के 9046 नए मामले, 37 मरीजों की मौत

अजमेर में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है. कोरोना से निपटने के राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करवाने में प्रशासन सतर्क है. वहीं, अजमेर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित रणनीति के तहत माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. मसलन जिन क्षेत्रों में कोरोना के पॉजिटिव अधिक पाए जा रहे हैं उन क्षेत्रों में छोटे-छोटे माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं ताकि संक्रमण का प्रसार रोका जा सके.

जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव मरीज अधिक पाए जा रहे हैं, उन क्षेत्रों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं. साथ ही क्षेत्र के आसपास के लोगों की ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग की जा रही है. इस रणनीति के तहत कोरोना संक्रमण का प्रसार होने से रोका जा रहा है. साथ ही प्रभावित परिवारों को आवश्यक सुविधा मोहैया करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. इसके अलावा नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू पर जोर दिया जा रहा है.

शव परिजनों को किया जा रहा सुपुर्द

कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि भारत सरकार और राज्य सरकार से मिली गाइडलाइन के मुताबिक अस्पताल में कोविड-19 से मरने वाले लोगों के शवों को उनके परिजनों को ही सुपुर्द किया जा रहा है. उसके लिए अस्पताल के समीप कोई भी श्मशान और कब्रिस्तान निर्धारित नहीं किया गया है. परिजन क्षेत्र में रहते हैं, वे अपने आसपास के श्मशान और कब्रिस्तान में शव की अंत्येष्टि परंपरागत तरीके से कर सकते हैं, लेकिन इस दौरान उन्हें कोरोना गाइडलाइन की पालना करनी होगी.

सैंपलिंग से कतराए नहीं लोग

अजमेर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि कोरोना जांच से लोग नहीं कतराए. उन्हें लगता है कि उन्हें कोरोना हो सकता है ऐसे में तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें और अपनी कोरोना जांच करवाएं. लोग जितनी ज्यादा सैंपलिंग के लिए आएंगे उससे ही कोरोना पॉजिटिव मरीज ज्यादा चयनित होंगे और उन्हें समय पर इलाज मिल पाएगा, जिससे बेहतर परिणाम सामने आएंगे. उन्होंने बताया कि वीकेंड कर्फ्यू के दौरान भी बहुत सारे लोगों ने वैक्सीनेशन करवाई है. इसी तरह से बहुत सारी चीजें एक साथ मिलकर कोविड-19 को नियंत्रण करने में कारगर साबित होगी.

शादी समारोह में जाने को लेकर रोक नहीं

कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि शादी समारोह में जाने के लिए किसी प्रकार की कोई रोक नहीं है. इसके लिए अनुमति की भी जरूरी नहीं है. शादी समारोह के आयोजनकर्ता ने पूर्व में संबंधित अधिकारी से स्वीकृति जरूर ली हो.

अजमेर. वीकेंड कर्फ्यू को सफल बनाने में प्रशासन और पुलिस ने कमर कसी हुई है. वहीं, दूसरी ओर कोरोना संक्रमण को नियंत्रण करने के लिए रणनीति के तहत माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं. शनिवार को वीकेंड कर्फ्यू के दौरान कलेक्टर, एसपी, एडीएम सिटी, नगर निगम आयुक्त ने शहर का दौरा करने के साथ-साथ माइक्रो कंटेनमेंट जोन क्षेत्रों का भी दौरा किया.

कलेक्टर और एसपी ने किया दौरा

पढ़ें- Rajasthan Corona Update : राजस्थान में कोरोना संक्रमण के 9046 नए मामले, 37 मरीजों की मौत

अजमेर में कोरोना की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है. कोरोना से निपटने के राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करवाने में प्रशासन सतर्क है. वहीं, अजमेर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित रणनीति के तहत माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. मसलन जिन क्षेत्रों में कोरोना के पॉजिटिव अधिक पाए जा रहे हैं उन क्षेत्रों में छोटे-छोटे माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं ताकि संक्रमण का प्रसार रोका जा सके.

जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि जिन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव मरीज अधिक पाए जा रहे हैं, उन क्षेत्रों में माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं. साथ ही क्षेत्र के आसपास के लोगों की ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग की जा रही है. इस रणनीति के तहत कोरोना संक्रमण का प्रसार होने से रोका जा रहा है. साथ ही प्रभावित परिवारों को आवश्यक सुविधा मोहैया करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. इसके अलावा नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू पर जोर दिया जा रहा है.

शव परिजनों को किया जा रहा सुपुर्द

कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि भारत सरकार और राज्य सरकार से मिली गाइडलाइन के मुताबिक अस्पताल में कोविड-19 से मरने वाले लोगों के शवों को उनके परिजनों को ही सुपुर्द किया जा रहा है. उसके लिए अस्पताल के समीप कोई भी श्मशान और कब्रिस्तान निर्धारित नहीं किया गया है. परिजन क्षेत्र में रहते हैं, वे अपने आसपास के श्मशान और कब्रिस्तान में शव की अंत्येष्टि परंपरागत तरीके से कर सकते हैं, लेकिन इस दौरान उन्हें कोरोना गाइडलाइन की पालना करनी होगी.

सैंपलिंग से कतराए नहीं लोग

अजमेर कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि कोरोना जांच से लोग नहीं कतराए. उन्हें लगता है कि उन्हें कोरोना हो सकता है ऐसे में तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें और अपनी कोरोना जांच करवाएं. लोग जितनी ज्यादा सैंपलिंग के लिए आएंगे उससे ही कोरोना पॉजिटिव मरीज ज्यादा चयनित होंगे और उन्हें समय पर इलाज मिल पाएगा, जिससे बेहतर परिणाम सामने आएंगे. उन्होंने बताया कि वीकेंड कर्फ्यू के दौरान भी बहुत सारे लोगों ने वैक्सीनेशन करवाई है. इसी तरह से बहुत सारी चीजें एक साथ मिलकर कोविड-19 को नियंत्रण करने में कारगर साबित होगी.

शादी समारोह में जाने को लेकर रोक नहीं

कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि शादी समारोह में जाने के लिए किसी प्रकार की कोई रोक नहीं है. इसके लिए अनुमति की भी जरूरी नहीं है. शादी समारोह के आयोजनकर्ता ने पूर्व में संबंधित अधिकारी से स्वीकृति जरूर ली हो.

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