अजमेर. महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर गांधी जयंती आयोजन समिति अजमेर जिला प्रशासन एवं नगर निगम के तत्वावधान में नौसर गांव में सफाई करके श्रमदान किया गया. हालांकि रात की बारिश ने श्रमदान करने आए अधिकारियों की मुश्किलों को काफी आसान कर दिया.
नौसर गांव के ग्रामीणों के लिए यह पहला मौका था, जब उन्होंने जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों को गांव में झाड़ू लगाते हुए देखा. श्रमदान का मकसद गांव में सफाई करने के साथ ही ग्रामीणों को स्वच्छता का संदेश देना भी था.
सुबह 7 बजे जिला प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी नौसर गांव में जुटे और हाथों में झाड़ू लेकर गांव की गलियों में अधिकारियों और कर्मचारियों ने सफाई की. इनमें गांधी जयंती आयोजन समिति के पदाधिकारी और गणमान्य लोग भी मौजूद थे.
खास बात यह रही कि पहाड़ी की तलहटी में बसा नौसर गांव में रात अच्छी बारिश होने से गांव की सड़कें और नालियां पहले से ही साफ हो गई थी. गांधी जयंती आयोजन समिति के समन्वयक पूर्व विधायक गोपाल बाहेती ने बताया कि महात्मा गांधी के 11 व्रत में से एक स्वच्छता है. स्वच्छता का मतलब गंदगी और कचरे की सफाई ही नहीं बल्कि मानसिक स्वच्छता भी आवश्यक है.
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श्रमदान में अधिकारियों को ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा. बारिश ने उनकी मुश्किलों को आसान कर दिया. हालांकि, उसके बावजूद भी समिति के पदाधिकारियों एवं जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी कर्मचारियों ने गांव में झाड़ू लगाई. जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा ने बताया कि महात्मा गांधी के स्वच्छता के संदेश को हमें आत्मसात करना चाहिए. अपने घर आसपास और क्षेत्र को साफ रखने में सहयोग करते हुए दूसरों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करना चाहिए.
श्रमदान में कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा जयंती समन्वयक गोपाल बाहेती, सह समन्वयक शक्ति प्रताप सिंह, नगर निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल सहित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे. बता दें कि महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.