अजमेर. राजस्थान सरकार के निर्देश पर प्रवासी श्रमिकों, जायरीन और विद्यार्थियों को भेजने की अजमेर जिला प्रशासन कवायद कर रहा है. खासबात यह कि इनमें पश्चिम बंगाल के प्रवासियों को उनके राज्य में भेजने को लेकर अड़चने आ रही है. ई मित्र पर अजमेर से 3500 पश्चिम बंगाल जाने वाले लोगों ने पंजीयन किया था, लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ने ई मित्र पर किए गए पंजीयन के डेटा को मानने से इनकार कर दिया है. तो वहीं पश्चिम बंगाल की ओर से जारी एप पर दोबारा से प्रवासी श्रमिकों का पंजीयन किये जाने के लिए कहा गया है.
पंजीयन की प्रक्रिया जटिल
ऐसे में लॉकडाउन में फंसे पश्चिम बंगाल प्रवासी श्रमिकों, जायरीन और विद्यार्थियों के सामने नए सिरे से पंजीयन करवाने को लेकर पशोपेश की स्थिति उत्पन्न हो गई है. एप पंजीयन करवाने की प्रक्रिया काफी जटिल है. यही वजह है कि पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों की तकलीफ को देखते हुए अजमेर नगर निगम ने एप पर उनका पंजीयन करने की पहल की है. पटेल स्टेडियम में गुरुवार को नगर निगम आयुक्त चिन्मयी गोपाल और उपायुक्त गजेंद्र सिंह रलावता की निगरानी में नगर निगम के कार्मिक पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों और जायरीन का पंजीयन एप पर करने में उनका सहयोग कर रहे हैं.
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ऐप पर करें पंजीयन
आयुक्त चिन्मयी गोपाल ने बताया कि पूर्व में पश्चिम बंगाल के 3500 के लगभग प्रवासी श्रमिकों और जायरीन ने अपना पंजीयन ई मित्र पर किया था. पश्चिम बंगाल सरकार ने ई मित्र पर प्रवासी श्रमिकों का डाटा लेने से इनकार कर दिया. पश्चिम बंगाल की सरकार ने अपना एप जारी किया है. इसमें पश्चिम बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को अपना पंजीयन करना है. एप पर पंजीयन की प्रक्रिया काफी कठिन है, ऐसे में प्रवासी श्रमिक अपना पंजीयन नहीं करवा पा रहे थे.
700 से अधिक का किए गए पंजीयन
गोपाल बताया कि 700 से अधिक का पंजीयन अभी तक कर दिया गया है. आवश्यकता हुई तो शेष प्रवासी पश्चिम बंगाल के श्रमिकों के पंजीयन में सहयोग के लिए नगर निगम दूसरे दिन भी शिविर लगाएगा. नगर निगम के उपायुक्त गजेंद्र सिंह रलावता ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार के ऐप पर प्रवासी श्रमिकों का पंजीयन होने के बाद सूची जिला प्रशासन को भेजी जाएगी. इसके बाद प्रवासी श्रमिकों को पश्चिम बंगाल भेजने की ट्रेन से व्यवस्था की जाएगी.