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अफसर की सियासत 'लीक' : REET परीक्षा के मुख्य समन्वयक डॉ डीपी जारोली भूले मर्यादा..पेपर लीक पर दावों के साथ कर गए तीखी सियासी टिप्पणियां..PM मोदी को भी नहीं बख्शा

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष एवं रीट परीक्षा 2021 के मुख्य समन्वयक डॉ. डीपी जारोली ने पेपर लीक मामले में सफाई देते हुए दावा किया कि पेपर लीक सच हुआ तो वे पद छोड़ देंगे. इतना ही नहीं उन्होंने किरोड़ी लाल मीणा और सतीश पूनिया पर तीखी राजनीतिक टिप्पणियां भी कर डालीं, जमकर भड़ास निकालते हुए वे लखीमपुर, अडानी-अंबानी, बंगाल तक का जिक्र कर गए.

बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली का आक्रमक बयान
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली का आक्रमक बयान
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Published : Oct 4, 2021, 8:12 PM IST

Updated : Oct 4, 2021, 9:51 PM IST

अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष एवं रीट परीक्षा 2021 के मुख्य समन्वयक डॉ. डीपी जारोली ने रीट परीक्षा को लेकर दिए जा रहे राजनीतिक बयानों पर बोर्ड की ओर से अपना पक्ष रखा. डॉ. जारोली ने प्रेसवर्त्ता में सांसद किरोड़ी लाल मीणा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर जमकर निशाना साधा.

डॉ. डीपी जारोली ने कहा कि सांसद मीणा और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया अपनी राजनीति चमकाने के लिए रीट परीक्षा को लेकर तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं. लेकिन इससे कुछ होना-जाना नहीं है. मैं दोनों को खुली चुनौती देता हूं कि वह तथ्य उजागर करें. वरना व्यर्थ बयानबाजी बंद करें. नहीं तो प्रदेश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी. बता दें कि बोर्ड के इतिहास में पहली बार से अध्यक्ष ने पद पर रहते हुए राजनीति बयान दिए हैं.

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष एवं रीट परीक्षा 2021 के मुख्य समन्वयक डॉ. डीपी जारोली

बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली ने कहा कि भाजपा के सांसद किरोडी लाल मीणा ने रीट प्रश्नपत्रों के लीक होने और उसका दायित्व बोर्ड की गोपनीय शाखा के माथे मंढ़ा. यहां यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि बोर्ड ने 23 सितंबर को सारे प्रश्न पत्र जिला स्तर पर गठित जिला परीक्षा संचालन समिति, जिसके अध्यक्ष कलेक्टर होते हैं, उनको भलीभांति सौंप दिए और जिन्हें जिला प्रशासन ने जिला कोषागार पुलिस थानों और उपखंड कार्यालयों में भारी सशस्त्र गार्ड के साए में रखा.

पढ़ें- लखीमपुर पर कांग्रेस हमलावर : मुंबई में सचिन पायलट ने कहा- इस देश का किसान भाजपा को खारिज कर चुका है..

26 सितंबर को परीक्षा आयोजन तिथि को सुबह 6 बजे से सशस्त्र गार्ड के साथ राज्य में रीट परीक्षा के लिए गठित 3 हजार 993 परीक्षा केंद्रों के लिए रवाना किया. रीट परीक्षा कंट्रोल रूम को इस समय तक पूरे राज्य में कहीं भी प्रश्न पत्रों के खुलने लीक होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई. इसी तरह जिस उत्तर तालिका के बोर्ड के गोपनीय शाखा से लीक होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई.

उन्होंने कहा कि उत्तर तालिका के बोर्ड के गोपनीय शाखा से लीक होने के बात सांसद किरोड़ी लाल मीणा कर रहे हैं, वह उत्तर तालिका आज दिनांक तक कहीं भी मुद्रण के लिए प्रेषित नहीं की गई है और मूल उत्तर तालिका बोर्ड के लॉकर में आज तक सुरक्षित है. यह उत्तर तालिकाएं विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने बना कर लिफाफे में सील्ड कर स्वयं के हस्ताक्षर कर बोर्ड को सौंपी हैं. उन्होंने कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि बोर्ड परीक्षा प्रश्न पत्र से लेकर बोर्ड की ओर से आयोजित रीट, एनटीसीई, एसटीएसई इत्यादि का संपूर्ण गोपनीय कार्य मेरे मार्गदर्शन में किया जाता है.

यह कहना कदापि सही नहीं है कि रीट परीक्षा की अधिकृत उत्तर तालिका मोबाइल पर वायरल हुई है. उन्होंने बताया कि जस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र आउट हुआ वह 4 अभ्यार्थियों तक ही सीमित रहा. एसओजी ने उन चारों अभ्यार्थियों को गिरफ्तार कर लिया. एसओजी परीक्षा केंद्र से आउट हुए पेपर की भी जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि किसी पर आक्षेप लगाना बहुत ही सरल है, लेकिन जो लोग व्यवस्थाओं से जुड़ कर किसी बड़े आयोजन को मूर्त रूप देते हैं और इससे प्रदेश या संस्था का इकबाल बुलंद करते हैं, उनकी हौसला अफजाई करने के बजाय उन्हें आरोपित करना कहां तक उचित है.

उन्होंने कहा कि मैं इसका निर्णय प्रदेश की जनता पर छोड़ता हूं. डॉ जारोली ने कहा कि बोर्ड स्थापना वर्ष 1957 से लेकर आज दिनांक तक कोई भी कार्मिक प्रश्न पत्र लीकेज में किसी भी एजेंसी की ओर से दोषी या नामित नहीं पाया है. विगत 10 वर्षों से बोर्ड की कॉपी शाखा में किसी सेवानिवृत्त कर्मी की सेवाएं नहीं ली जाती हैं. इसलिए यह कहना अनुचित है कि किसी अधिकारी से सेवानिवृत्त के बाद गोपनीय कार्य करवाया जाता है. हां, शेष बोर्ड और रीट में कई कार्मिक सेवानिवृत्त होने के पश्चात भी कार्य कर रहे हैं.

राजनीति के लिए ढूंढे कोई और अवसर

बोर्ड अध्यक्ष डॉ डीपी जारोली ने कहा कि बोर्ड की रीट परीक्षा से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक करोड़ लोगों के सपने जुड़े हैं. सपने अपने भविष्य और सुनहरे कल एवं रोजगार के हैं. उन्होंने कहा कि कृपया 16 लाख अभ्यार्थियों की वर्षों की मेहनत को कलंकित करने कुत्सित प्रयास करने का हक किसी को नहीं दिया है. डॉ जारोली ने कहा कि भाजपा में पढ़े-लिखे ही नहीं बल्कि पढ़े-लिखे के साथ ईमानदारी से राजनीति करने वालों को आह्वान करना चाहूंगा कि प्रदेश के लगभग एक करोड़ लोगों की चाहत पर पानी फेरने के कार्य में सहयोग नहीं करें. शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे कार्य में सहयोग करें. राजनीति करने के और अवसर ढूंढ लें. भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया, पूर्व यूडीएच मंत्री राजपाल सिंह शेखावत मेरी कार्य क्षमता और कार्यशैली से भलीभांति वाकिफ हैं.

पढ़ें- लखीमपुर हिंसा : पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने केंद्र और यूपी सरकार को हिटलर कहा, कहा-इनकी उल्टी गिनती शुरू

डॉ जारोली ने सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा पर निशाना साधते हुए कहा कि सांसद डॉ मीणा को दिल्ली दरबार को खुश करने के लिए शायद मंत्री बनने की चाहत में वह सारी मर्यादा त्याग रहे हैं. डॉ मीणा दिल्ली से जो सीख कर आए हैं उससे राजस्थान पर नहीं आजमाएं, आने वाला वक्त आपको शायद माफ नहीं करेगा.

बोर्ड का न कांग्रेस से और न भाजपा से वास्ता

डॉ जारोली ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड न तो कांग्रेस का और न ही भाजपा का है, और न ही यह मेरा व्यक्तिगत ससंस्थान है. यह प्रदेश के गठन के समय अनेक अजमेर वासियों तथा उस काल के पूर्व शासकों की मांग पर बना है.

पूनिया का खुद का आधार नहीं, वसुंधरा राजे हैं समझदार

डॉ जारोली ने कहा कि रीट परीक्षा को लेकर भाजपा के नेता तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे है. लेकिन वसुंधरा राजे ने एक भी बयान नहीं दिया है क्योंकि वह जानती हैं कि शिक्षा में सुधार और रीट परीक्षा जैसे बड़े संकल्प कैसे पूरे होते हैं. थोथी बयानबाजी से प्रदेश की जनता को बेवकूफ नही बनाया जा सकता.

मोदी पर भी साधा निशाना

डॉ जारोली ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार युवाओं को रोजगार देने की दिशा में आगे बढ़ रही है. वहीं मोदी सरकार बताए कि कितने युवाओं को उन्होंने रोजगार दिया है. रोजगार देने के उपक्रम ही मोदी ने बेच डाले हैं. उन्होंने कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है. पश्चिम बंगाल में यह भाजपा देख चुकी है.

अजमेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष एवं रीट परीक्षा 2021 के मुख्य समन्वयक डॉ. डीपी जारोली ने रीट परीक्षा को लेकर दिए जा रहे राजनीतिक बयानों पर बोर्ड की ओर से अपना पक्ष रखा. डॉ. जारोली ने प्रेसवर्त्ता में सांसद किरोड़ी लाल मीणा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर जमकर निशाना साधा.

डॉ. डीपी जारोली ने कहा कि सांसद मीणा और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पूनिया अपनी राजनीति चमकाने के लिए रीट परीक्षा को लेकर तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं. लेकिन इससे कुछ होना-जाना नहीं है. मैं दोनों को खुली चुनौती देता हूं कि वह तथ्य उजागर करें. वरना व्यर्थ बयानबाजी बंद करें. नहीं तो प्रदेश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी. बता दें कि बोर्ड के इतिहास में पहली बार से अध्यक्ष ने पद पर रहते हुए राजनीति बयान दिए हैं.

राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष एवं रीट परीक्षा 2021 के मुख्य समन्वयक डॉ. डीपी जारोली

बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली ने कहा कि भाजपा के सांसद किरोडी लाल मीणा ने रीट प्रश्नपत्रों के लीक होने और उसका दायित्व बोर्ड की गोपनीय शाखा के माथे मंढ़ा. यहां यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि बोर्ड ने 23 सितंबर को सारे प्रश्न पत्र जिला स्तर पर गठित जिला परीक्षा संचालन समिति, जिसके अध्यक्ष कलेक्टर होते हैं, उनको भलीभांति सौंप दिए और जिन्हें जिला प्रशासन ने जिला कोषागार पुलिस थानों और उपखंड कार्यालयों में भारी सशस्त्र गार्ड के साए में रखा.

पढ़ें- लखीमपुर पर कांग्रेस हमलावर : मुंबई में सचिन पायलट ने कहा- इस देश का किसान भाजपा को खारिज कर चुका है..

26 सितंबर को परीक्षा आयोजन तिथि को सुबह 6 बजे से सशस्त्र गार्ड के साथ राज्य में रीट परीक्षा के लिए गठित 3 हजार 993 परीक्षा केंद्रों के लिए रवाना किया. रीट परीक्षा कंट्रोल रूम को इस समय तक पूरे राज्य में कहीं भी प्रश्न पत्रों के खुलने लीक होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई. इसी तरह जिस उत्तर तालिका के बोर्ड के गोपनीय शाखा से लीक होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई.

उन्होंने कहा कि उत्तर तालिका के बोर्ड के गोपनीय शाखा से लीक होने के बात सांसद किरोड़ी लाल मीणा कर रहे हैं, वह उत्तर तालिका आज दिनांक तक कहीं भी मुद्रण के लिए प्रेषित नहीं की गई है और मूल उत्तर तालिका बोर्ड के लॉकर में आज तक सुरक्षित है. यह उत्तर तालिकाएं विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने बना कर लिफाफे में सील्ड कर स्वयं के हस्ताक्षर कर बोर्ड को सौंपी हैं. उन्होंने कहा कि मैं बताना चाहता हूं कि बोर्ड परीक्षा प्रश्न पत्र से लेकर बोर्ड की ओर से आयोजित रीट, एनटीसीई, एसटीएसई इत्यादि का संपूर्ण गोपनीय कार्य मेरे मार्गदर्शन में किया जाता है.

यह कहना कदापि सही नहीं है कि रीट परीक्षा की अधिकृत उत्तर तालिका मोबाइल पर वायरल हुई है. उन्होंने बताया कि जस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र आउट हुआ वह 4 अभ्यार्थियों तक ही सीमित रहा. एसओजी ने उन चारों अभ्यार्थियों को गिरफ्तार कर लिया. एसओजी परीक्षा केंद्र से आउट हुए पेपर की भी जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि किसी पर आक्षेप लगाना बहुत ही सरल है, लेकिन जो लोग व्यवस्थाओं से जुड़ कर किसी बड़े आयोजन को मूर्त रूप देते हैं और इससे प्रदेश या संस्था का इकबाल बुलंद करते हैं, उनकी हौसला अफजाई करने के बजाय उन्हें आरोपित करना कहां तक उचित है.

उन्होंने कहा कि मैं इसका निर्णय प्रदेश की जनता पर छोड़ता हूं. डॉ जारोली ने कहा कि बोर्ड स्थापना वर्ष 1957 से लेकर आज दिनांक तक कोई भी कार्मिक प्रश्न पत्र लीकेज में किसी भी एजेंसी की ओर से दोषी या नामित नहीं पाया है. विगत 10 वर्षों से बोर्ड की कॉपी शाखा में किसी सेवानिवृत्त कर्मी की सेवाएं नहीं ली जाती हैं. इसलिए यह कहना अनुचित है कि किसी अधिकारी से सेवानिवृत्त के बाद गोपनीय कार्य करवाया जाता है. हां, शेष बोर्ड और रीट में कई कार्मिक सेवानिवृत्त होने के पश्चात भी कार्य कर रहे हैं.

राजनीति के लिए ढूंढे कोई और अवसर

बोर्ड अध्यक्ष डॉ डीपी जारोली ने कहा कि बोर्ड की रीट परीक्षा से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से एक करोड़ लोगों के सपने जुड़े हैं. सपने अपने भविष्य और सुनहरे कल एवं रोजगार के हैं. उन्होंने कहा कि कृपया 16 लाख अभ्यार्थियों की वर्षों की मेहनत को कलंकित करने कुत्सित प्रयास करने का हक किसी को नहीं दिया है. डॉ जारोली ने कहा कि भाजपा में पढ़े-लिखे ही नहीं बल्कि पढ़े-लिखे के साथ ईमानदारी से राजनीति करने वालों को आह्वान करना चाहूंगा कि प्रदेश के लगभग एक करोड़ लोगों की चाहत पर पानी फेरने के कार्य में सहयोग नहीं करें. शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे कार्य में सहयोग करें. राजनीति करने के और अवसर ढूंढ लें. भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया, पूर्व यूडीएच मंत्री राजपाल सिंह शेखावत मेरी कार्य क्षमता और कार्यशैली से भलीभांति वाकिफ हैं.

पढ़ें- लखीमपुर हिंसा : पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने केंद्र और यूपी सरकार को हिटलर कहा, कहा-इनकी उल्टी गिनती शुरू

डॉ जारोली ने सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा पर निशाना साधते हुए कहा कि सांसद डॉ मीणा को दिल्ली दरबार को खुश करने के लिए शायद मंत्री बनने की चाहत में वह सारी मर्यादा त्याग रहे हैं. डॉ मीणा दिल्ली से जो सीख कर आए हैं उससे राजस्थान पर नहीं आजमाएं, आने वाला वक्त आपको शायद माफ नहीं करेगा.

बोर्ड का न कांग्रेस से और न भाजपा से वास्ता

डॉ जारोली ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड न तो कांग्रेस का और न ही भाजपा का है, और न ही यह मेरा व्यक्तिगत ससंस्थान है. यह प्रदेश के गठन के समय अनेक अजमेर वासियों तथा उस काल के पूर्व शासकों की मांग पर बना है.

पूनिया का खुद का आधार नहीं, वसुंधरा राजे हैं समझदार

डॉ जारोली ने कहा कि रीट परीक्षा को लेकर भाजपा के नेता तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे है. लेकिन वसुंधरा राजे ने एक भी बयान नहीं दिया है क्योंकि वह जानती हैं कि शिक्षा में सुधार और रीट परीक्षा जैसे बड़े संकल्प कैसे पूरे होते हैं. थोथी बयानबाजी से प्रदेश की जनता को बेवकूफ नही बनाया जा सकता.

मोदी पर भी साधा निशाना

डॉ जारोली ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार युवाओं को रोजगार देने की दिशा में आगे बढ़ रही है. वहीं मोदी सरकार बताए कि कितने युवाओं को उन्होंने रोजगार दिया है. रोजगार देने के उपक्रम ही मोदी ने बेच डाले हैं. उन्होंने कहा कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है. पश्चिम बंगाल में यह भाजपा देख चुकी है.

Last Updated : Oct 4, 2021, 9:51 PM IST
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