अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष पद पर भूपेंद्र सिंह यादव ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है. सुबह तक भूपेंद्र यादव डीजीपी थे शाम को आरपीएससी अध्यक्ष बन कर नई भूमिका में आ गए हैं. बुधवार को दीपक उप्रेती का अध्यक्ष पद पर कार्यकाल पूरा हो गया है. उप्रेती ने भूपेंद्र यादव को कार्यभार सौंपा. उसके बाद आयोग सचिव शुभम चौधरी ने पद और गोपनियता की नए अध्यक्ष को शपथ दिलाई.
राजस्थान लोक सेवा आयोग के नए अध्यक्ष भूपेंद्र यादव के आगमन पर उनका गर्मजोशी के साथ अभिनंदन किया गया. वहीं कार्यकाल पूरा होने पर दीपक उप्रेती को विदाई दी गई. इसके साथ ही आयोग की नई सदस्य संगीता आर्य ने भी पदभार ग्रहण कर लिया है. नए अध्यक्ष भूपेंद्र यादव के आने से पहले दीपक उप्रेती ने जरूरी काम काज निपटाए. साथ ही 15 अगस्त को आयोग के कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र नहीं दिए गए थे उन प्रशस्ति पत्र को विदाई से पहले उप्रेती ने कार्मिकों को दिए.
इसके बाद शाम 5 बजे नए अध्यक्ष भूपेंद्र यादव के आने पर दीपक उप्रेती ने उन्हें चार्ज सौंपा. इस अवसर पर आयोग अधिकारियों और कर्मचारियों ने यादव का स्वागत किया. वहीं, दीपक उप्रेती को साफा पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंटकर विदाई दी. कार्यभार ग्रहण करने के बाद आयोग के नए अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने कहा कि आयोग का कार्य बेहतर, समयबद्ध और निष्पक्ष तरीके से हो इसके लिए पूरे प्रयास करेंगे.
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बता दें कि वसुंधरा सरकार के वक़्त में आरपीएससी अध्यक्ष के दीपक उप्रेती सहित तीन सदस्य थे. वर्तमान में आयोग में चार सदस्य एवं अध्यक्ष की नियुक्ति गहलोत सरकार में हुई है. ऐसे में नए अध्यक्ष भूपेंद्र यादव को कार्यभार ग्रहण करने के साथ आयोग का कोरम भी पूरा मिला है. यानी तीन सदस्य बीजेपी सरकार के समय के हैं तो चार सदस्य और अध्यक्ष कांग्रेस सरकार में नियुक्त हुए हैं.
वर्तमान में 4 सदस्य बाबूलाल कटारा, डॉ. संगीता आर्य, डॉ. मंजू शर्मा, जसवंत राठी नियुक्त हुए हैं. इनमें संगीता आर्य ने पदभार ग्रहण कर लिया है. जबकि डॉ. शिव सिंह राठौड़, रामू राम रायका और डॉ. राजकुमारी गुर्जर वसुंधरा सरकार के समय के रह जाएंगे. गौरतलब है कि आयोग के इतिहास में डीजीपी पद से कार्यमुक्त होकर भूपेंद्र यादव दूसरे अधिकारी है. इससे पहले आयोग में आईपीएस की नियुक्ति अध्यक्ष पद पर होती रही है.