अजमेर. धार्मिक एवं पर्यटन नगरी अजमेर में जिला प्रशासन ने एक अच्छी पहल करते हुए सर्वधर्म सद्भावना जुलूस (Sarvdharm Sadhbhavna Julus In Ajmer) का आयोजन मंगलवार शाम को रखा है. जुलूस में विभिन्न धर्म गुरुओं और लोगों को आमंत्रित किया गया है. जुलूस के माध्यम से संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि गंगा जमुनी तहजीब अजमेर की पहचान थी और आगे भी रहेगी. कलक्ट्रेट सभागार में सोमवार शाम को बैठक का आयोजन किया गया.बैठक में सभी धर्म के प्रतिनिधियों ने सर्वधर्म सद्भावना जुलूस निकलने पर सहमति जताई है.
सर्वधर्म सद्भाव की नगरी अजमेर में मंगलवार को सर्वधर्म सद्भावना जुलूस निकाला जाएगा. माहौल में शांति और सद्भाव कायम करने की पहल अजमेर जिला प्रशासन की ओर से की गई है (Ajmer Against Hatred). सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सभी धर्मों के धर्मगुरुओं और प्रतिनिधियों को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया. बैठक में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, जैन धर्म के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न समाज के लोगों ने अपने सुझाव रखे. प्रशासन को लगता है कि पिछले दिनों दरगाह से जुड़े कुछ लोगों के विवादास्पद बयान की वजह से लोगों में दूरियां बन गई है.
बैठक में निर्णय लिया गया कि जुलूस से पहले और बाद में जुलूस से संबंधित बयान केवल प्रशासन के अधिकारी ही देंगे. विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने कहा कि तीर्थ गुरु पुष्कर और विश्व विख्यात अजमेर दरगाह से कोई भी घटना और संदेश अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जाता है. पिछले दिनों जो विवादास्पद बयान दरगाह से जुड़े कुछ लोगों ने दिए थे उसको लेकर वैमनस्य की स्थिति बनी हैय अजमेर से बाहर इन विवादास्पद बयानों से यहां की गंगा जमुनी तहजीब पर सवाल उठ रहें है. अजमेर से सर्वधर्म के लोग जुलूस में साथ मिलकर सांप्रदायिक सद्भाव और एकता का संदेश देंगे.
रूट तय: आम लोगों की असुविधा को ध्यान में रख जुलूस का रूट तय किया गया (Ajmer Stands For Peace) है. इसका समापन गांधी प्रतिमा के सामने राष्ट्रगान के साथ होगा. तय रूट के मुताबिक सुभाष उद्यान से जुलूस देहली गेट, दरगाह बाजार, नला बाजार होते हुए मदार गेट और उसके बाद गांधी भवन पहुंचेगा. यहीं गांधी स्मारक के पास सर्व धर्म से जुड़े लोग एकत्रित होकर राष्ट्रगान करेंगे. जिला पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट ने बताया कि जुलूस मंगलवार शाम 5 बजे शुरू होगा. जिसमें विवादास्पद बयान देने वाले किसी भी व्यक्ति को शामिल रहने की अनुमति नहीं होगी.
प्रशासन बोला मकसद- कौमी एकता: अजमेर कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने और सर्व धर्म के लोगों को एकजुट करने के उद्देश्य से जुलूस निकालने के कई मैसेज प्रशासन को मिल रहे थे. सोमवार को प्रशासन ने विभिन्न धर्म के धर्मगुरुओं और प्रतिनिधियों से बैठक में बातचीत कर जुलूस के आयोजन में सहमति दी. इसका मकसद अजमेर की कौमी एकता को मजबूत करना है साथ ही देश और विदेश में यह संदेश देना है कि अजमेर में सब कुछ पहले की तरह ठीक है.