अजमेर. अजमेर सरस डेयरी ने पशु पालकों का बकाया भुगतान करना शुरू कर दिया. डेयरी ने 80 करोड़ के बकाया भुगतान में से 56 करोड़ की राशि पशुपालकों को लौटा दी है. जबकि शेष राशि मकर संक्रांति से पहले देने की कवायद डेयरी प्रबन्धन कर रहा है. अजमेर सरस डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने बताया कि नए प्लांट की राशि देने की वजह से सितंबर 2020 से पशुपालकों का भुगतान रोका गया था.
अजमेर में सरस डेयरी नए प्लांट के साथ आगे बढ़ रही है. नए प्लांट की शुरुआत के साथ सरस डेयरी ने कई नए उत्पाद बाजार में उतार दिए हैं. इसमें सबसे अधिक डिमांड सफेद मक्खन की बनी हुई हैं. इसके अलावा डेयरी ने टेबल मक्खन भी बाजार में उतारा है. चाय साथी दूध भी डेयरी का खास उत्पाद है. रामचंद्र चौधरी ने जिले के सभी दुग्ध उत्पादकों से अपील की है कि वह अधिक से अधिक मात्रा में दूध अजमेर दुग्ध संघ को देकर लाभ उठाएं.
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चौधरी ने बताया कि अजमेर डेयरी प्लांट में 9 लाख लीटर दूध की प्रोसेसिंग प्रतिदिन हो रही है. जिसमें 3.40 लाख लीटर दूध अजमेर डेयरी संघ का है. उन्होंने बताया कि 31 दिसंबर तक 648 एमटी पाउडर बनाने का जॉब कार्य कर लिया गया है. जिससे 1.78 करोड़ रुपए अजमेर दुग्ध संघ को जॉब चार्ज मिला है. चौधरी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि 177 मैट्रिक टन व्हाइट बटर की बिक्री अजमेर सरस डेयरी ने की है, जिससे लगभग 4.9 करोड़ रुपए की आय अजमेर डेयरी को हुई है.
व्हाइट बटर की डिमांड राजस्थान के अन्य जिलों एवं अन्य राज्यों से भी आ रही है. उन्होंने बताया कि फ्लेवर्ड मिल्क एवं टेबल बटर उत्पादन अजमेर सरस डेयरी की ओर से हो रहा है. प्रारंभ में अजमेर शहर में बिक्री आरंभ कर दी गई है. शीघ्र ही समस्त जिले एवं फिर राजस्थान के सभी दुग्ध संघों की मांग अनुसार बिक्री शुरू कर दी जाएगी.
चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री दुग्ध संबल योजना का अप्रैल तक का भुगतान पूर्व में हो चुका है तथा मई एवं जून के 3.50 करोड़ रुपए का भुगतान आ गया है. जिससे दुग्ध उत्पादकों को 630 रुपए किलो सेट दर से भुगतान मिल रहा है. उन्होंने बताया कि भविष्य में अजमेर सरस डेयरी मिलिट्री के सभी टेंडर्स में भाग लेगी. चौधरी ने कहा कि आने वाले समय में अजमेर सरस डेयरी अजमेर की शान होगी. अजमेर सरस डेयरी के प्रबंधक उमेश कुमार व्यास ने बताया कि व्हाइट बटर के उत्पादन के साथ ही टेबल वाटर और फ्लेवर्ड मिल्क का उत्पादन भी जारी कर दिया.