अजमेर. इज ऑफ लिविंग इंडेक्स सर्वेक्षण भारत सरकार के शहरी और आवासीय मंत्रालय की एक परिवर्तनकारी पहल है. जिसके माध्यम से शहरों को उनके रहने की जगह का वैश्विक और राष्ट्रीय परिपेक्ष में आकलन करने में मदद मिलती है. इज ऑफ लिविंग इंडेक्स सभी शहरों को शहरी नियोजन और प्रबंधन के लिए परिणाम आधारित दृष्टिकोण की ओर बढ़ने शहरों के बीच स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करता है.
इज ऑफ लिविंग इंडेक्स शहरों को उनकी ताकत, कमजोरियों, अवसरों ओर चुनौतियों के बारे में समग्र आकलन करने में मदद करता है. इज ऑफ लिविंग इंडेक्स में चार स्तंभ शामिल थे. संस्थागत, साामाजिक, आर्थिक और भौतिक जिसे आगे 15 श्रेणियों में यथा शासन, पहचान और संस्कृति शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, सुलभ आवास, भूमि उपयोग, सार्वजनिक खुली जगह, परिवहन, जल आपूर्ति, अपशिष्ट जल प्रबंधन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति और पर्यावरण की गुणवक्ता में बांटा गया. इज ऑफ लिविंग इंडेक्स शहरों के सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक है.
दो कैटेगरी में जारी की रैंकिंग
ऑल इंडिया स्मार्ट सिटी की “ इज ऑफ लिविंग इंडेक्स म्यूनिसपल परफॉर्मेंस इंडेक्स ” की गुरुवार को रैंकिंग लॉन्चिंग प्रोग्राम का ऑनलाइन आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में कुल 111 शहरों को सम्मिलित किया गया. सूचना केंद्र स्थित सभागार में ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया. वेबिनार में नगर निगम मेयर बृजलता हाड़ा और नगरनिगम आयुक्त डॉ. खुशाल यादव सहित शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. गुरुवार को भारत सरकार के शहरी विकास और आवास मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शहरों की रैंकिंग जारी की. जिसे दो कैटेगरी में विभाजित किया गया. पहले कैटेगरी में 10 लाख से अधिक जनसंख्या और दूसरी कैटेगरी में 10 से कम जनसंख्या वाले शहरों को शामिल किया गया. दस लाख से कम जनसंख्या के 62 शहरों में से अजमेर ने इज ऑफ लिविंग इंडेक्स में 12वीं रैंक और म्यूनिसपल परफॉर्मेंस इंडेक्स में 41वीं रैंक प्राप्त की.
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इस सर्वेक्षण में 16 जनवरी 2020 से 20 फरवरी 2020 के मध्य अजमेर के शहरवासियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था. स्मार्ट सिटी सभी का आभार व्यक्त करता है. पत्रकारों से बातचीत करते हुए मेयर बृजलता हाड़ा ने कहा कि उनकी प्राथमिकता टॉप-10 में शामिल होने की रहेगी. इसके लिए सार्थक प्रयास किए जाएंगे. निगम आयुक्त डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि देश भर में 111 शहरों का सर्वे किया गया. सफाई और स्वच्छता में इंदौर अव्वल रहा. आज आयोजित कार्यक्रम में पुस्तक की लांचिंग की गई है, जिसक अध्ययन किया जाएगा.