अजमेर. रामगंज और अलवर गेट थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नशे का कारोबार करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से करीब 35 लाख रुपए की नशीली दवाएं बरामद की गई है. मीडिया से बातचीत करते हुए अजमेर साउथ सीओ मुकेश सोनी ने बताया कि पुलिस ने बीते दिनों साढ़े 5 करोड़ रुपए की नशीली दवाएं जब्त की थी. इसके बाद से ही पुलिस की डीएसटी और साइबर टीम को सक्रिय कर दिया गया था.
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अलवर गेट थाना पुलिस ने धोला भाटा निवासी पप्पू सरदार के मकान पर छापा मारा. गौतम नगर निवासी कमल को 17 लाख नशीली टेबलेट और कैप्सूल के साथ गिरफ्तार किया. पूछताछ करने पर कमल ने कुबूल किया की ये माल शेख साजिद ने श्यामसुंदर मूंदड़ा के कहने पर उसके पास रखवाया था.
रामगंज थाना पुलिस को भी सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र की हरिजन बस्ती के रहने वाले मुकेश हरिजन के गोदाम में थी नशीली दवाओं का गोरखधंधा किया जा रहा है. इस पर पुलिस ने गोदाम पर छापा मारकर 18 लाख टैबलेट, कैप्सूल, 600 सिरप और 1000 इंजेक्शन जप्त किए हैं. यह कार्रवाई एनडीपीसी एक्ट के तहत की गई है. रामगंज थाना पुलिस की ओर से पकड़े गए आरोपी मुकेश हरिजन ने भी कबूल किया है यह सभी दवाएं शेख साजिद ने ही श्यामसुंदर मूंदड़ा के कहने पर उसके पास रखवाई थीं.
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कुछ दिन पहले ही क्लॉक टावर थाना पुलिस ने श्यामसुंदर मूंदड़ा के गुर्गे शेख साजिद को एसपी ऑफिस से उस वक्त गिरफ्तार किया था. जब वह एसपी ऑफिस में सरेंडर करने के लिए आया था. पूछताछ में आरोपियों ने कुबूल किया है अलवर गेट थाना क्षेत्र में किराए के कमरे पर और रामगंज थाना क्षेत्र में मुकेश हरिजन के घर श्यामसुंदर मूंदड़ा ने नशीली दवाएं इसीलिए रखी थी ताकि कोई उस तक पहुंच ना सके. इस पूरी कार्रवाई में क्लॉक टावर थाना अधिकारी दिनेश कुमावत स्पेशल टीम इंचार्ज महावीर शर्मा और उनकी टीम के साथ ही अलवर गेट थाना प्रभारी सुनीता गुर्जर और रामगंज थाना प्रभारी सत्येंद्र सिंह नेगी ने अहम भूमिका निभाई.