अजमेर. देशभर में कोरोना महामारी के कारण इस बार नगर निगम द्वारा नालों की सफाई में देरी हुई है. मानसून आने वाला है लेकिन अब तक नालों की सफाई का काम पूर्ण रूप से पूरा नहीं हो पाया है. वहीं स्थिति यह है कि नगर निगम की ओर से बड़े नालों की सफाई पोकलेन मशीन के जरिए की जाती है, तो छोटे नालों की सफाई मैनुअल तरीके से की जाती है. इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन 15 जून तक शहर के सभी नालों की सफाई करने का दावा कर रहा है.
नगर निगम उपायुक्त गजेंद्र सिंह रलावता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रति वर्ष मानसून से पहले नालों की सफाई करवाई ली जाती है जिससे बारिश का पानी शहर में जमा ना हो और आसानी से बाहर निकल चुके. जिसके लिए निगम स्तर पर और ठेकेदार के माध्यम से नालों की सफाई करवाने का कार्य शुरू हो जाता है हालांकि इस बार लॉकडाउन के चलते यह कार्य नहीं हो पाया और नालों की सफाई देरी से प्रारंभ हुई.
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वहीं वर्तमान में आठों सर्किल में पोकलेन मशीन से नालों की सफाई का कार्य शुरू हो चुका है. जिसमें कुछ भागों में नालों की सफाई होने का दावा भी किया जा रहा है. साथ ही शहर के अंदरूनी क्षेत्र जहां पर मैनुअल सफाई की जाती है, उसकी अनुमति का इंतजार है. अनुमति मिलने के बाद उनकी सफाई भी शुरू की जाएगी. इस बार आनन-फानन में सफाई का कार्य किया जा रहा है.
70 नालों की पोकलेन मशीन के जरिए सफाई की जाएगी, तो वहीं 261 नाले ऐसे हैं, जिनकी मैनुअल तरीके से सफाई की जानी है. साथ ही आठ पोकलेन मशीन और 16 ट्रैक्टर के जरिए सफाई होनी है. जहां नालों की पोकलेन मशीन से सफाई पहले से शुरू कर दी जाती है, वहीं देरी होने पर नगर निगम ने 15 जून से पहले सभी नालों की सफाई करने का दावा किया है.