अजमेर. कोरोना की तीसरी लहर को बच्चों के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. विशेषज्ञों और डॉक्टरों का मानना है कि तीसरी लहर का सबसे पहला शिकार छोटे बच्चे ही बनने वाले हैं. ऐसे में हर कोई छोटे बच्चों को लेकर परेशान हैं. छोटे बच्चे जहां सेहत के मामले में थोड़े कमजोर होते हैं वही उनमें सभी का ध्यान आकर्षित करने की प्रकृति प्रदत क्षमता होती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है अजमेर के जेएलएन अस्पताल में. जहां एक छोटी सी बच्ची अस्पताल प्रशासन की आंखों का तारा बनी हुई है.
अजमेर की सरवाड़ तहसील की रहने वाली 2 साल की गुंजन पिछले 55 दिनों से कोरोना से जूझ रही है. मासूम गुंजन की मासूमियत ने अस्पताल प्रशासन का दिल जीत लिया है. इसीलिए रविवार को गुंजन के जन्मदिन के मौके पर जेएलएन अस्पताल प्रशासन ने केक काटकर खुशियां मनाई.
गुंजन की सेहत में हो रहा है लगातार सुधार
शिशु रोग विभाग में कार्यरत ड्यूटी डॉ. बृजमोहन ने बताया कि करीब 55 दिन पहले शिशु वार्ड में 2 साल की बच्ची गुंजन को कोरोना हो गया था. जिसके बाद गुंजन को अस्पताल में भर्ती किया गया था. वार्ड में काम करने वाली सभी डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ का लगाव नन्हीं सी गुंजन से कुछ ही दिनों में हो गया. गुंजन भी मेडिकल स्टाफ को देखकर बेहद खुश होती है. उनके इसी प्रेम बंधन की वजह से गुंजन की सेहत में लगातार सुधार हो रहा है.
डॉ. बृजमोहन ने बताया कि गुंजन 50 प्रतिशत तक ठीक हो चुकी है. लेकिन अभी भी उसका पूरी तरह ठीक होना बाकी है. रविवार को हॉस्पिटल स्टाफ को गुंजन का जन्मदिन होने की जानकारी मिली. इस मौके पर मेडिकल स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ ने गुंजन का जन्मदिन मनाने का फैसला किया. हॉस्पिटल में ही गुंजन के लिए केक मंगवाया गया और फिर सभी ने गुंजन का जन्मदिन केक काटा. गुंजन के जन्मदिन पर पूरे मेडिकल स्टाफ में उसके जल्द ही स्वस्थ होने की दुआ की.