अजमेर. अजमेर में विश्व विख्यात सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह से जुड़े कुछ लोगों की ओर से विवादास्पद और भड़काऊ बयान देने से उपजे विवाद को थामने की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं. इस कड़ी में जहां एक और प्रशासन की पहल पर सर्व धर्म सद्भावना जुलूस मंगलवार शाम को निकाला गया. वहीं दूसरी ओर दरगाह की प्रबंधन का कार्य देख रही दरगाह कमेटी के नाजिम की ओर से निजाम गेट पर अपील का पोस्टर लगाया गया है. जिसमें सभी लोगों से गुजारिश की गई है कि वह कोई ऐसा विवादित बयान और कृत्य ना करें जिससे कि ख्वाजा गरीब नवाज की शिक्षाओं के खिलाफ हो.
अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के मुख्य द्वार निजाम गेट से 17 जून को दरगाह से जुड़े खादिम गौहर चिश्ती और उसके बाद 26 जून को उसके चाचा सरवर चिश्ती ने विवादास्पद (Ajmer Dargah committee put poster for followers) बयान दिया था. हालांकि इस मामले में गौहर चिश्ती के खिलाफ दरगाह थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है. वहीं पुलिस गौहर चिश्ती की सरगर्मी से तलाश कर रही है. सरवर चिश्ती को भी उनके विवादास्पद बयान के लिए पाबंद करने की कार्रवाई प्रशासन की ओर से की गई है. पिछले दिनों इन विवादास्पद बयान और नारे से लोगों के बीच दूरियां बढ़ी हैं.
वहीं अजमेर के बाहर और अन्य प्रदेशों में विवादास्पद बयान को लेकर काफी असमंजस का माहौल है. यही वजह है कि 26 जून के बाद से अजमेर आने वाले जायरीन की संख्या कम हो गई है. वहीं दूसरी तरफ दरगाह और उसके आसपास के क्षेत्रों में व्यापार पर भी इस विवाद का काफी गहरा असर पड़ा है. यही वजह है कि अब इस विवाद को थामने की कोशिश शुरू हो चुकी है. अजमेर की गंगा जमुनी तहजीब को देखते हुए लोग भी चाहते हैं कि माहौल में शांति आए. विवादास्पद बयान देने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करे. यही वजह है कि विभिन्न पक्ष अपनी-अपनी और से प्रयास में जुटे हुए हैं.
दरगाह कमेटी ने अपील का पोस्टर किया चस्पाः दरगाह कमेटी के नाजिम की ओर से दरगाह के मुख्य द्वार निजाम गेट पर एक अपील चस्पा की गई है. इसमें लिखा है कि सभी खास और आम से अपील की जाती है की दरगाह शरीफ में किसी भी तरह का बयान, नारा, प्रदर्शन, फोटो, वीडियो या कोई ऐसा कृत्य जो कि ख्वाजा गरीब नवाज की शिक्षाओं के खिलाफ हो साथ ही दरगाह शरीफ की आस्था और गरिमा को ठेस पहुंचाता हो, घटित नहीं करें. अन्यथा आपके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. दरगाह के निजाम गेट पर चस्पा पोस्टर चर्चा का विषय बन गया है.
व्यापार पर पड़ा असरः व्यापारी विजय बुधवानी ने बताया कि पिछले दिनों हुए विवादास्पद घटनाक्रम से अजमेर जियारत के लिए आने वाले जायरीन की संख्या में कमी आई है. इसका असर व्यापार पर पड़ा है. होटल, रेस्टोरेंट, कपडे जूते, बर्तन, मिठाई, टूर एंड ट्रावेल्स सहित विभिन्न क्षेत्रों में 40 फीसदी फर्क पड़ा है. व्यापारी दिलीप सामनानी ने बताया कि प्रदेश के बाहर रहने वाले लोग यहां अपने परिचितों से फोन करके यहां के हालात पूछ रहे हैं. जबकि यहां माहौल ठीक होने के बाद भी जायरीन की आवक में कमी आई है. दरगाह से जुड़े लोगों का मानना है कि विवादास्पद बयान से फर्क तो पड़ा है, लेकिन जायरीन की कम आवक की वजह ईद भी है. लोग ईद का त्यौहार अपने घरों पर ही मनाते हैं. ईद के बाद से अब जायरीन की आवक में बढ़ोतरी होगी. अंजुमन कमेटी के पूर्व सचिव वाहिद, अंगारा शाह ने सर्व धर्म समिति की बैठक में अपना यह पक्ष बैठक में रखा था.
सर्व धर्म सद्भावना रैली का आयोजन : अजमेर में जिला प्रशासन की पहल पर मंगलवार शाम को सर्व धर्म सद्भावना रैली का आयोजन किया गया. रैली में विभिन्न धर्मों के लोग मौजूद रहे. विभिन्न धार्मिक स्थलों के बाहर से गुजरती हुई रैली दरगाह पंहुची. हर धार्मिक स्थल के बाहर सद्भावना रैली का स्वागत किया गया. वहीं बाजारों में व्यापारिक एसोसिएशन ने भी रैली का स्वागत फूल बरसा कर किया. खास बात यह रही कि रैली में राजनैतिक दलों से जुड़ा स्थानीय कोई भी बड़ा नेता नही था.