अजमेर. बिजली चोराें के खिलाफ जारी अभियान में अजमेर विद्युत वितरण निगम ने बड़ा खुलासा किया है. डिस्कॉम के अधीन 11 जिलों में कई होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पम्प, चिलिंग स्टेशन और मोबाइल टावर चोरी की बिजली से चलाए जा रहे थे. निगम ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस हफ्ते निगम ने 9.15 करोड़ का जुर्माना बिजली चोरों पर लगाया है. निगम बिजली चोरों से अब तक 53.98 करोड़ का जुर्माना वसूल चुका है.
डिस्कॉम प्रबन्ध निदेशक वीएस भाटी को लगातार सूचना मिल रही थी कि विभिन्न जिलों में होटल, ढाबों, रेस्टोरेंट, चिलिंग प्लांट, मोबाइल टॉवर, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पम्प पर बिजली चोरी हो रही है. निगम ने योजना बना कर इन पर छापा मारा तो बड़ी संख्या में बिजली चोरी सामने आई. अजमेर डिस्कॉम ने इस बार 4043 जगह बिजली चोरी पकड़ी है. उन्होंने बताया कि निगम की O&M और विजिलेंस शाखा के अलावा मीटर एण्ड प्रोटेक्शन शाखा, स्टोर शाखा व प्रोजेक्ट शाखा के अभियंताओं को भी प्रत्येक शनिवार को सतर्कता जांच करने के लिए निर्देशित किया गया है. उन्होंने बताया कि इस सप्ताह निगम के 976 इंजीनियरों ने 11 जिलों में 7929 परिसरों की जांच की. जिसमें 4043 जगह विद्युत चोरियां पकड़ी गई. निगम ने बिजली चोरों पर 9.15 करोड रुपए का जुर्माना लगाया है.
पढ़ें: जयपुर: दूदू में विद्युत विभाग ने 74 लाख की बिजली चोरी पकड़ी
किस जिले से कितने मामले आई सामने
भाटी ने बताया कि डिस्कॉम की टीम में सबसे अधिक नागौर जिले के अभियंताओं ने 479 विद्युत चोरी के मामले पकड़े हैं. जिन पर 98.51 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है. इसके अतिरिक्त अजमेर शहर वृत में 124, अजमेर जिलावृत में 89, भीलवाड़ा में 281, चित्तौड़गढ़ में 339, सीकर में 321, उदयपुर में 337, राजसमंद में 83, बांसवाड़ा में 148, डूंगरपुर में 116, प्रतापगढ़ में 99 मामले व झुंझनु में 379 मामलें विद्युत चोरी के पकड़े गए हैं.
पढ़ें: अजमेर में ज्यादा बिजली बिल आने पर भड़के लोग...दी ये चेतावनी
इसके अतिरिक्त निगम की एम एण्ड पी विंग ने भी इस बार 319, प्रोजेक्ट विंग ने 84, स्टोर विंग ने 43 और विजिलेंस विंग ने 325 विद्युत चोरियां पकड़ी हैं. इसके अतिरिक्त डिस्कॉम ने 477 जगह विद्युत के गलत इस्तेमाल के मामलें दर्ज किए. जिसका 1.13 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है. प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि आने वाले समय में इस अभियान को और अधिक गति दी जाएगी, जिससे विद्युत छीजत में कमी की जाए और सरकार के लक्ष्यों को हासिल किया जा सके. निगम ने इस वित्तीय वर्ष में अब तक सात सप्ताह में 58945 जगहों पर छापे मारे. इनमें 28934 जगहों पर चोरी सामने आई. निगम ने इन चोरों पर अब तक 53.98 करोड़ का जुर्माना लगाया है.