अजमेर. विद्युत वितरण निगम ने एक बार फिर बिजली चोरी का नायाब तरीका पकड़ा है. डिस्कॉम ने इस बार उन उपभोक्ताओं की जांच की, जिनके कनेक्शन पूर्व में चोरी या बिल जमा नहीं होने के कारण काट दिए गए थे. निगम ने 24 हजार से ज्यादा परिसर जांचे, इनमें 3 हजार 876 स्थानों पर लाइट जलती मिली. इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इन पर 3.54 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया गया है.
प्रबन्ध निदेशक वी एस भाटी ने बताया कि अजमेर डिस्कॉम की टीमों ने दो दिन विशेष अभियान चलाकर उन कनेक्शनों को जांचा. जहां पर पूर्व में बिजली चोरी या बिल नहीं जमा कराने के कारण कनेक्शन स्थायी या अस्थायी रूप से काट दिए गए थे. जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. डिस्कॉम ने करीब 24 हजार से ज्यादा परिसर जांचे. कई जगह दुकान, मकान में बिजली जलती मिली. इनमें कुछ उपभोक्ता अवैध रूप से बिजली चोरी कर रहे थे. कुछ जगह तो कनेक्शन ही नए नाम से लिए गए. अब इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
यह भी पढ़ें: जमीनी विवाद में एक ही परिवार के दो पक्षों में खूनी संघर्ष, 4 लोग घायल
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत दो दिनों में 24 हजार 267 परिसरों की जांच की गई. इनमें से 604 में अवैध रूप से बिजली चोरी करते हुए पाए गए. इसी तरह 3 हजार 272 उपभोक्ता नए नाम से कनेक्शन लेकर बिजली उपभोग करते हुए पाए गए. उन्होंने बताया कि अजमेर विद्युत वितरण निगम ने अपने 11 जिला क्षेत्रों में कार्रवाई कर 3.54 करोड का जुर्माना लगाया. अजमेर सिटी सर्किल में 14.73 लाख, अजमेर जिले में 56.06 लाख, भीलावाड़ा में 66.09 लाख, नागौर में 19.15 लाख, झुंझुनू में 23.95 लाख, सीकर में 13.18 लाख, उदयपुर में 33.08 लाख. राजसमंद में 45.54 लाख, डूंगरपूर में 5.48 लाख, चितौडगढ़ में 39.17 लाख और प्रतापगढ़ में 9.49 लाख जुर्माना लगाया गया.