अजमेर. कोरोना महामारी की वजह से 46 दिन से बाजार बंद है. व्यापारियों का सब्र जवाब देने लगा है. अजमेर में अजमेर शहर व्यापार महासंघ के पदाधिकारियों ने प्रेस वार्ता करके सरकार से 1 जून से बाजार खोलने की मांग की है. महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि व्यापारी सदैव सरकार के निर्णय के साथ रहा है, लेकिन अब व्यापारियों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है. इस कारण व्यापारी विद्रोह करने की स्थिति में आ गया है.
अजमेर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष किशन लाल गुप्ता ने कहा कि 46 दिन से व्यापारिक प्रतिष्ठान और दुकानें बंद रहने व्यापारी सरकार का सहयोग कर रहे हैं, लेकिन अब व्यापारियों के सामने भी विकट हालात खड़े हो गए हैं. कई व्यापारियों के सामने खाने पीने का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में मजबूरन दुकानें खोलने के अलावा उनके सामने और कोई विकल्प नहीं है.
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गुप्ता ने बताया कोटा, जोधपुर सहित सभी जगह के व्यापारी संगठनों से भी बातचीत हुई है. वह भी चाहते हैं कि 1 जून से अनुमत दुकानों के अलावा शेष दुकानें भी खोली जाएं. महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि सुबह 11:00 बजे तक अनुमत दुकानें खोली जा रही हैं. उसी तरह सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक अन्य दुकानों को भी खोलने की अनुमति मिले. उन्होंने ने कहा कि दुकानदार कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरा पालन करेंगे. साथ ही ग्राहकों को भी कोविड-19 से बचाओ और वैक्सीनेशन का संदेश देंगे.
उनका कहना है कि प्रतिष्ठानों पर काम करने वाले लोगों का वेतन दुकानदार दे रहे हैं, लेकिन अब वेतन देने की क्षमता नहीं रही है. इससे उनके सामने भी खाने पीने की मुश्किलें बढ़ जाएंगी. महासंघ ने बिजली के बिलों में भी नीतिगत निर्णय लेने की मांग सरकार से रखी है. उनका कहना है कि 46 दिन से दुकानें बंद हैं, बावजूद इसके बिजली के बिल व्यापारियों को थमा दिए गए हैं. बिजली का बिल भी करंट मार रहा है. सरकार बिजली के बिल पर नीतिगत निर्णय करके व्यापारियों को राहत दे.