अजमेर. जिला कोरोना का हॉट-स्पॉट बन चुका है. शहर के एक ही क्षेत्र में 80 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. यह सिलसिला अभी थमा नही है. मुस्लिम मोची मोहल्ले में संक्रमण कैसे फैला और उसका मूल आधार क्या है इसको लेकर प्रशासन, मेडिकल एवं पुलिस भी परेशान है.
मुस्लिम मोची इलाका क्षेत्र के आसपास तीन किलोमीटर तक प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है. लोगों की जांच तेजी से की जा रही है. जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 103 के ऊपर पहुंच चुकी है. यह आंकड़ा और भी बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं.
बतादें कि, अजमेर में पहला मामला खारी कुई क्षेत्र में पाया गया था. इसके बाद उसके के परिवार के चार लोग भी पॉजिटिव पाए गए. इसके बाद 20 दिन तक अजमेर में कोरोना पॉजिटिव का एक भी मामला सामने नही आया था. वहीं खारी कुई में पाए गए एक ही परिवार के पांच पॉजिटिव मरीज की भी जयपुर में स्वास्थ्य वृद्धि होने लगी थी. इस दौरान लगने लगा था कि आजमेर कोरोना से मुक्त हो जाएगा, लेकिन यह कोई नहीं जानता था कि अजमेर को कोरोना की नजर लग चुकी है.
इस बीच 17 अप्रैल को अराई क्षेत्र में एक और अजमेर में रेल म्यूजियम में बने शेल्टर होम में एक कोरोना मरीज सामने आ गया. इसके बाद रेल म्यूजियम में बने शेल्टर होम में 16 खानाबदोशों में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से हड़कंप मच गया. प्रशासन खानाबदोश लोगों को सुरक्षित करने की व्यवस्था में जुटा हुआ था. तभी 20 अप्रैल को मुस्लिम मोची मोहल्ले में एक युवक कोरोना से संक्रमित पाया गया.
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खास बात यह है कि युवक को जेएलएन अस्पताल में भर्ती कर लिया गया. लेकिन युवक जहां रहता था वहां करीब 15 लोग और भी थे जिन्हें क्वॉरेंटाइन नहीं किया गया. मेडिकल टीम ने क्षेत्र में 343 लोगों के कोरोना जांच के सैंपल भी लिए थे. मुस्लिम मोची मोहल्ले में 21 अप्रैल को 35 लोग जांच में पॉजिटिव पाए गए.
संक्रमित लोगों का आंकड़ा 103 पहुंचा:
वहीं इस क्षेत्र के ही 44 लोग 22 अप्रैल को संक्रमित पाए गए, और फिर अजमेर में कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 103 पहुंच गया है. हॉटस्पॉट दरगाह क्षेत्र में प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है. वहीं प्रशासन पुलिस और मेडिकल की टीम में लगातार लोगों से उनकी ट्रैवल हिस्ट्री जानने की कोशिश कर रही है.
एक ही कमरे में 7 से 8 लोग:
बताया जा रहा है कि क्षेत्र में कई लोग अन्य राज्यों के हैं जो यहां मकानों में एक ही कमरे में 7 से 8 लोग रहते हैं. मुस्लिम मोची मोहल्ला सघन आबादी वाला क्षेत्र है. यही वजह है कि संक्रमण यहां पर तेजी से फैला. क्षेत्र में संक्रमण का सोर्स क्या रहा फिलहाल इसका जवाब प्रशासन पुलिस और मेडिकल टीम के पास भी नहीं है.