अजमेर. रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के कार्य मे रोड़ा बनी 70 दुकानों को आखिरकार गुरुवार को नगर निगम ने कार्रवाई कर तोड़ दिया. नगर निगम का पीला पंजा 70 दुकानों के साथ 70 परिवारों की आजीविका पर भी चल गया. गुलाबबाड़ी फाटक पर स्थित इन 70 दुकानों में कुछ दुकानें 50 वर्ष पुरानी हैं. कुछ दुकानदारों ने तत्कालीन यूआईटी से 30 साल की लीज पर दुकाने ले रखी हैं. बावजूद इसके विकास की राह में रोड़ा बनी इन दुकानों को हटाना पड़ा.
इस दौरान दुकानदार बेबसी से अपनी बर्बादी देखे रहे. दो घंटे की कार्रवाई में 65 से अधिक दुकानें तोड़ दी गई. शेष दुकानों को तोड़ने के लिए भी कार्रवाई जारी है. दुकानदारों ने बताया कि नगर निगम की कार्रवाई से उनका रोजगार छीन गया है. प्रशासन ने उन्हें ओवर ब्रिज बन जाने के बाद ब्रिज के नीचे दुकांने देने के लिए मौखिक रूप से कहा है, लेकिन लिखित में यह निर्णय की कॉपी दुकानदारों को नहीं दी गई है. उन्होंने बताया कि 20 सदस्यों का उनका संयुक्त परिवार है, जो दुकान पर ही निर्भर था.
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इधर, नगर निगम की कार्रवाई के बाद 70 दुकानें मलबे में तब्दील हो चुकी हैं. इस कार्रवाई से सड़क की चौड़ाई भी दिखने लगी है. नगर निगम के उपायुक्त गजेंद्र सिंह रलावता ने बताया कि प्याऊ सहित 71 दुकानें और दो मंदिर कार्रवाई की जद में हैं. फिलहाल मंदिरों को छोड़ दिया गया है. एडीएम सिटी की स्वीकृति के बाद मंदिरों पर भी कार्रवाई की जाएगी. रलावता ने बताया कि जिन लोगों के पास दुकानों के प्रमाणिक दस्तावेज हैं ऐसे दुकानदारों को रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण के बाद ब्रिज के नीचे वर्तमान दुकान के नाप के अनुसार दुकान के लिए जगह दी जाएगी.