अजमेर. ब्यावर में बेटियों की हत्या करने वाले पिता ने दूसरी बार अपनी जान लेने की कोशिश की है. इस बार ब्यावर सब जेल में कैद पिता ने पत्थर से अपना सिर फोड़कर आत्महत्या का प्रयास किया है.
ब्यावर के पास खरवा निवासी अजीत पर अपनी दो बेटियों की गला रेत कर मारने और पत्नी को जान से मारने का प्रयास करने का आरोप है. इस घटना को अंजाम देने के बाद अजीत ने खुद की भी जान लेने की कोशिश की थी.
रविवार को ब्यावर सब जेल में कैद अजीत ने पत्थर से अपना सिर फोड़ कर आत्महत्या करने का प्रयास किया. आरोपी पर अपनी दो बेटियों का गला रेत कर मारने और पत्नी को जान से मारने का प्रयास करने का आरोप है.
सब जेल में पत्थर से खुद के सिर पर अजित ने एक वार किया था. वह दूसरी बार कोशिश कर पाता इस दौरान वहां मौजूद कैदियों ने उसे बचा लिया.
जेल प्रबंधन ने आरोपी अजीत को जेल में ही स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर प्रारंभिक इलाज दिया. इसके बाद आरोपी को राजकीय अमृत कौर अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में जख्म पर टांके लगाकर उसे जेल भेज दिया गया.
बताया जा रहा है कि यह घटना उस वक्त अजीत ने अंजाम दी, जब गार्ड बैरक नंबर 5 से कैदियों को बाहर निकाल रहे थे. सभी कैदी अपने काम में व्यस्त हो गए, तभी मौका देख कर अजीत बैरक के पीछे चला गया. उसने नुकील पत्थर देखकर अपने सिर पर वार कर दिया. इस दौरान कैदियों ने उसे देख लिया और जेल प्रबंधन को मामले की सूचना दी.
खरवा निवासी अजीत अपनी पत्नी कविता, बेटियां अन्नू और एंजल के साथ रह रहा था. अजीत बेरोजगारी और पत्नी से झगड़े की वजह से लंबे अरसे से तनाव में चल रहा था. 19 जुलाई को अजीत ने अपनी दोनों बेटियों सहित पत्नी का चाकू से गला रेत दिया था. जिसमें उसकी दोनों बेटियों की मौत हो गई. जबकि पत्नी कविता गंभीर रूप से घायल हुई थी. वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था.
उसकी मानसिक स्थिति को देखते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजते हुए उस पर विशेष निगरानी रखने के आदेश दिए थे. जेल में भी जेल प्रबंधन के अलावा अन्य कैदी भी उस पर नजर रखे हुए थे. लेकिन रविवार को सबसे नजर चुरा कर उसने अपनी जान लेने की कोशिश की.
बताया जा रहा है कि आर्थिक तंगी से मानसिक तनाव झेल रहा यह शख्स इतना टूट गया कि उसने पत्नी के साथ ही बेटी का भी गला रेत दिया था. वह अंदर से टूट चुका था. लिहाजा उसने खुद भी मौत को गले लगाने की कोशिश की.
खुदकुशी की कोशिश से पहले अजीत सामान्य व्यवहार कर रहा था. लेकिन मौका मिलते ही उसने पत्थर से अपना सिर फोड़ लिया. प्राथमिक उपचार के बाद उसे राजकीय अमृतकौर अस्पताल रेफर किया गया. उसके सिर पर टांके लगाए गए है. उसकी हालत खतरे से बाहर है.