अजमेर. ACB ने सोमवार को राजस्व मंडल अजमेर में चल रहे भ्रष्टाचार के काले कारनामे का खुलासा होने के बाद, एसीबी की टीम ने सील राजस्व मंडल दफ्तर को पुलिस की मौजूदगी में खोला. मंडल अध्यक्ष वी. वेंकटेश्वरन सहित मंडल निबंधक विनीता श्रीवास्तव और अन्य अधिकारियों के चैंबर की तलाशी ली गई.
मामले से जुड़ी अहम फाइल को जांच के लिए अपने कब्जे में लिया. अजमेर एसीबी के एसपी समीर कुमार सिंह की अगुवाई में टीम ने राजस्व मंडल की उस शाखा की भी तलाशी ली, जहां से मामलों के निस्तारण और बोर्ड गठन का रिकॉर्ड रखा जाता है. बता दें, बीते दो दिन पहले एसीबी ने मंडल के दो RAS कोटे के सदस्यों के जयपुर आवास पर दबिश देते हुए 40 लाख रुपए नगद जब्त किए थे और अजमेर में दलाल वकील शशिकांत जोशी के घर से 51 लाख नगद जब्त किए थे.
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फैसले पर होता था पैसों का बंटवारा
रिश्वत की यह राशि दलाल जुटाया करता था और फिर राजस्व मामलों से जुड़े केस में फैसला मंडल सदस्यों से लिखवाकर पैसों का बंटवारा होता था. इस पूरे मामले में एसीबी की रडार पर मंडल के कई बड़े अधिकारी और कार्मिक भी हैं, जिनकी भूमिका की जांच सोमवार से शुरू ही गई है.
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जांच अधिकारी अजमेर एसीबी के एसपी समीर कुमार सिंह के मुताबिक, जांच में सामने आने पर किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा. फिर चाहे वो कितना भी बड़ा अधिकारी, कर्मचारी या अन्य कोई और ही क्यों न हो. ब्यूरो की इस कार्रवाई के बाद से राजस्व मंडल में सन्नटा पसरा हुआ है. हर किसी की जुबान पर भ्रष्टाचार के इस खेल की कहानी है.