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अजमेरः होम आइसोलेशन में 1800 जमाती, रखी जा रही विशेष नजर - Corona in Ajmer

अजमेर जिले में ट्रैवल हिस्ट्री या अन्य किसी तरह से संपर्कों में आए करीब 1800 जमाती होम आइसोलेशन पर हैं. इनमें से जो संदेह के दायरे में हैं उन पर विशेष निगरानी रखी जा रही है. वहीं, ब्यावर में एक जमाती कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.

अजमेर में कोरोना, तब्लीगी जमाती,Corona in Ajmer
अब अजमेर में कोरोना
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Published : Apr 22, 2020, 8:28 PM IST

अजमेर. देश भर में कोरोना महामारी जिस तरह से पैर पसार रही है, इसकी बड़ी वजह कोरोना का मरकज कनेक्शन भी है. दिल्ली निजामुद्दीन मरकज से निकलकर तब्लीगी जमाती देश के जिस कोने में भी गए, वहां उनकी वजह से अन्य लोग भी संक्रमित हो गए. यह सिलसिला रुका नहीं है बल्कि बढ़ ही रहा है.

अब अजमेर में कोरोना

धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर की बात करें तो जिले में तब्लीगी जमात से जुड़े कई क्षेत्र हैं, जहां इनकी सक्रियता अधिक रहती है. अजमेर के ब्यावर के रूपनगर गांव में एक तब्लीगी जमात से जुड़े एक शख्स को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.

पढ़ें- राजस्थान का भीलवाड़ा मॉडल विफल, सरकार के दावों पर भी उठे सवाल

धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर हिन्दू और मुसलमानों के 2 बड़े धार्मिक केंद्र हैं. ऐसे में अजमेर की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए प्रशासन भी कोरोना महामारी की वजह से किए गए लॉकडाउन में फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है. फिर चाहे जिले में तब्लीगी जमात के लोगों का पिछले दिनों रहा मूमेंट ही क्यों ना हो.

दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज से निकलकर संक्रमित लोगों के अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचने के बाद देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का ग्राफ अचानक बढ़ गया. ऐसे में सभी राज्यों की सरकारों के लिए यह चिंता का विषय बन गया. अजमेर जिले में भी तत्काल प्रशासन और पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए जमात के उन लोगों को चिन्हित किया, जिनका संबंध पिछले दिनों होने वाले किसी भी तब्लीगी जलसे से रहा है.

अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि ऐसे लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री और अन्य तरीकों से संपर्क में आए जिले में 1800 लोगों को होम आइसोलेट किया गया. इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया है. वहीं इनमें से जो लोग संदेह के दायरे में हैं, उन पर नजर भी रखी जा रही है. फिलहाल, इनमें एक भी व्यक्ति पॉजिटिव नही पाया गया है.

पढ़ें- रैपिड टेस्टिंग किट पर सवाल! 'रिव्यू जारी...इसके परिणाम निर्भर करेंगे की रखना है या वापस करना है'

बता दें कि ईटीवी भारत ने अपनी एक्सक्लूसिव खबर के माध्यम से बताया था कि ब्यावर के रूपनगर में हरियाणा से लौटे 17 लोगों को गृह विभाग के निर्देश पर होम आइसोलेट किया गया था. बाद में सभी को क्वॉरेंटाइन किया गया. उसके बाद इनकी स्क्रीनिंग के बाद जांच भी की गई. शुरुआत में सबकी जांचें नेगेटिव पाई गई, लेकिन 18 अप्रैल को इनमें से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली.

एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि ब्यावर में पॉजिटिव पाया गया युवक का दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज से कनेक्शन नहीं था. एसपी ने बताया कि अजमेर में किसी भी धार्मिक स्थल या मस्जिदों में लोगों को होम आइसोलेशन में नहीं रखा गया है. उन्होंने बताया कि अगर किसी का घर ही मस्जिद परिसर में है, उसे वहां जरूर होम आइसोलेशन पर रखा गया है.

राष्ट्रदीप का कहना है कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं. अजमेर क्षेत्र में ऐसे लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री और अन्य तरीकों से संपर्क में आए लोगों को चिन्हित किया गया है. जमात या मरकज के आधार पर लोगों का डाटा नहीं जुटाया गया है. जिले में जमात और मरकज को अलग-अलग रखकर और उनके बेस के आधार पर नहीं बल्कि प्रभावित क्षेत्रों के संपर्क में आए लोगों के डेटा के आधार पर उन्हें चिंहित किया जा रहा है.

बता दें कि अजमेर जिले में ब्यावर खास, रूपनगर, श्यामगढ़, सोमलपुर, फकीरा खेड़ा, हरिराजपुर, ऊटड़ा सहित कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां तब्लीगी जमात से जुड़े लोग रहते हैं और अपनी गतिविधियों को संचालित करते हैं.

अजमेर. देश भर में कोरोना महामारी जिस तरह से पैर पसार रही है, इसकी बड़ी वजह कोरोना का मरकज कनेक्शन भी है. दिल्ली निजामुद्दीन मरकज से निकलकर तब्लीगी जमाती देश के जिस कोने में भी गए, वहां उनकी वजह से अन्य लोग भी संक्रमित हो गए. यह सिलसिला रुका नहीं है बल्कि बढ़ ही रहा है.

अब अजमेर में कोरोना

धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर की बात करें तो जिले में तब्लीगी जमात से जुड़े कई क्षेत्र हैं, जहां इनकी सक्रियता अधिक रहती है. अजमेर के ब्यावर के रूपनगर गांव में एक तब्लीगी जमात से जुड़े एक शख्स को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है.

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धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर हिन्दू और मुसलमानों के 2 बड़े धार्मिक केंद्र हैं. ऐसे में अजमेर की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए प्रशासन भी कोरोना महामारी की वजह से किए गए लॉकडाउन में फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है. फिर चाहे जिले में तब्लीगी जमात के लोगों का पिछले दिनों रहा मूमेंट ही क्यों ना हो.

दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज से निकलकर संक्रमित लोगों के अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचने के बाद देश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का ग्राफ अचानक बढ़ गया. ऐसे में सभी राज्यों की सरकारों के लिए यह चिंता का विषय बन गया. अजमेर जिले में भी तत्काल प्रशासन और पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए जमात के उन लोगों को चिन्हित किया, जिनका संबंध पिछले दिनों होने वाले किसी भी तब्लीगी जलसे से रहा है.

अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि ऐसे लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री और अन्य तरीकों से संपर्क में आए जिले में 1800 लोगों को होम आइसोलेट किया गया. इन सभी का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया है. वहीं इनमें से जो लोग संदेह के दायरे में हैं, उन पर नजर भी रखी जा रही है. फिलहाल, इनमें एक भी व्यक्ति पॉजिटिव नही पाया गया है.

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बता दें कि ईटीवी भारत ने अपनी एक्सक्लूसिव खबर के माध्यम से बताया था कि ब्यावर के रूपनगर में हरियाणा से लौटे 17 लोगों को गृह विभाग के निर्देश पर होम आइसोलेट किया गया था. बाद में सभी को क्वॉरेंटाइन किया गया. उसके बाद इनकी स्क्रीनिंग के बाद जांच भी की गई. शुरुआत में सबकी जांचें नेगेटिव पाई गई, लेकिन 18 अप्रैल को इनमें से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली.

एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि ब्यावर में पॉजिटिव पाया गया युवक का दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज से कनेक्शन नहीं था. एसपी ने बताया कि अजमेर में किसी भी धार्मिक स्थल या मस्जिदों में लोगों को होम आइसोलेशन में नहीं रखा गया है. उन्होंने बताया कि अगर किसी का घर ही मस्जिद परिसर में है, उसे वहां जरूर होम आइसोलेशन पर रखा गया है.

राष्ट्रदीप का कहना है कि दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं. अजमेर क्षेत्र में ऐसे लोगों की ट्रैवल हिस्ट्री और अन्य तरीकों से संपर्क में आए लोगों को चिन्हित किया गया है. जमात या मरकज के आधार पर लोगों का डाटा नहीं जुटाया गया है. जिले में जमात और मरकज को अलग-अलग रखकर और उनके बेस के आधार पर नहीं बल्कि प्रभावित क्षेत्रों के संपर्क में आए लोगों के डेटा के आधार पर उन्हें चिंहित किया जा रहा है.

बता दें कि अजमेर जिले में ब्यावर खास, रूपनगर, श्यामगढ़, सोमलपुर, फकीरा खेड़ा, हरिराजपुर, ऊटड़ा सहित कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां तब्लीगी जमात से जुड़े लोग रहते हैं और अपनी गतिविधियों को संचालित करते हैं.

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