अजमेर. जिले के किशनगढ़ के मध्य प्राचीन खोड़ा गणेश मंदिर पर शनिवार को गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य में गणेश जी का भव्य श्रृंगार कर उनकी महाआरती की गई. खोड़ा गणेश मंदिर की मान्यता है कि जब भी कोई अपनी यात्रा को आरंभ करता है तो सबसे पहले खोड़ा गणेश मंदिर पर धोक लगाता है उसके बाद ही अपनी आगे की यात्रा को शुरू करता है. कोरोना संक्रमण के चलते इस बार खोड़ा गणेश मंदिर पर भी भक्तों की कमी देखने को मिली है.
बता दें कि हर बुधवार को हजारों की संख्या में भक्त खोड़ा गणेश मंदिर में दर्शन करने आते हैं, लेकिन इस बार काफी काफी कम संख्या में लोग मंदिर के बाहर पहुंचे और दर्शन करके लौट गए. सरकार के आदेश अनुसार 31 अगस्त तक सभी मंदिरों बंद है. खोड़ा गणेश मंदिर ने राजस्थान सरकार के नियमों की पालना करते हुए मंदिर के पुजारी ने भगवान का श्रृंगार कर भव्य आरती की. इस बार प्रसाद का वितरण भी गणेश चतुर्थी के अवसर पर नहीं किया गया.
पढ़ें- अजमेरः गणेश चतुर्थी के मौके पर बच्चों ने बनाई गणेश प्रतिमा, कोरोना से भी बचने का दिया संदेश
पुजारी ने जानकारी देते हुए बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हर तरफ की जा रही है. मंदिर के मुख्य द्वार को अब तक खोला नहीं गया. पहले की बात करें तो गणेश चतुर्थी के मौके पर काफी भव्य आयोजन होता था, मंदिर पर इस मौके पर अलग-अलग क्षेत्रों से खोड़ा गणेश मंदिर पर श्रद्धालु पहुंचते थे. खोड़ा गणेश मंदिर पर मांगलिक कार्य शुरू करने से पहले खोड़ा गणेश मंदिर पर हर व्यक्ति धोक लगाता है और उसके बाद ही मांगलिक कार्य की शुरुआत की जाती है.