अजमेर. अजमेर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्त्ताओं का पंचशील स्थित निजी अस्पताल में जारी धरना हटा दिया है. कार्यकर्त्ता गुरुवार को सुबह 11 बजे से अस्पताल की लॉबी में धरना लगाकर बैठे थे. निजी अस्पताल से मांगी जानकारी नहीं मिलने के बाद अब जिला प्रशासन से क्षेत्रपाल अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग मरीज को देर रात निकलने को लेकर कार्रवाई और मामले की जांच की मांग करेंगे.
13 नवंबर को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती मोतीलाल चौहान की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें वेंटिलेटर नहीं देने और अस्पताल से दबाव बनाकर रवाना कर देना को लेकर आम आदमी पार्टी ने अपना विरोध जताया है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अस्पताल कोरोना पॉजिटिव मरीजों के इलाज में आनाकानी करते हैं. बल्कि गंभीर और बुजुर्ग मरीजों को इलाज ना देकर उन्हें जबरन रेफर कर रहे हैं.
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आम आदमी पार्टी की अजमेर संभाग प्रभारी कीर्ति पाठक का आरोप है कि 80 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव मरीज मोतीलाल चौहान को सांस में तकलीफ थी. अस्पताल ने उन्हें वेंटिलेटर व्यस्त होने का हवाला देकर अस्पताल से देर रात रवाना कर दिया. जेएलएन अस्पताल में मोती लाल चौहान का इलाज जारी है और उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया है. उन्हें वेंटिलेटर की आवश्यकता ही नहीं पड़ी.
इससे स्पष्ट है कि निजी अस्पताल कोरोना पॉजिटिव मरीजों को इलाज देने में आनाकानी कर रहे हैं. वहीं उनको झूठ बोलकर अस्पताल से रवाना किया जा रहा है. पाठक ने बताया कि अस्पताल ले बुजुर्ग मरीज से संबंधित कोई भी जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया है. इसलिए अब जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मांगी जाएगी. आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की तर्ज पर निजी अस्पतालों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज राजस्थान के सभी निजी अस्पतालों में निःशुल्क करने की मांग की है.