अजमेर. ऐतिहासिक आनासागर झील से सटती हुई बाड़ी नदी इन दिनों अपनी जलकुंभी के फैलाव के चलते जानलेवा बनी हुई है. जहां इस जलकुंभी में 2 दिन पूर्व एक गाय फंस गई. जिसे मंगलवार को रेस्क्यू कर बड़ी मशक्कत से बाहर निकाला गया. बाड़ी नदी में यह गाय 2 दिन पूर्व से आज तक मौत से संघर्ष करती रही, लेकिन ना तो नगर निगम और ना ही किसी संस्था का ध्यान इस तरफ गया.
क्षेत्रीय लोगों ने जब मंगलवार को इस तड़पती गाय को जलकुंभी के बीच में देखा तो नगर निगम को इसकी सूचना दी गई. इसके साथ जानवरों के लिए काम करने वाली टॉल्फा संस्था को भी इस बात की सूचना दी गई, जहां दोनों ही टीमों ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद गाय को बाहर निकाला. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अजमेर नगर निगम संसाधन होने के बावजूद बाड़ी नदी से जलकुंभी को बाहर नहीं निकाल पा रही है और नतीजा इस तरह के हादसों के रूप में सामने आ रहे हैं.
वहीं क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि नगर निगम जल्द से जल्द जलकुंभी की समस्या से लोगों को निजात दिलाएं, नहीं तो यह जल्द ही लोगों के लिए ज्यादा घातक साबित हो जाएगी. क्षेत्र के नवनिर्वातमान पार्षद ज्ञानचंद सारस्वत ने जानकारी देते हुए बताया कि ऐतिहासिक आनासागर झील में जलकुंभी निकालने की मशीन को घुमाया जा रहा है, लेकिन बाड़ी नदी पूरी तरह से जलकुंभी से चारों ओर से घिर चुकी है.
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इंसान हो या जानवर जलकुंभी में गिरने के बाद नहीं चलेगा उसका पता...
ज्ञानचंद सारस्वत ने जानकारी देते हुए बताया कि जलकुंभी का फैलाव इतना बढ़ चुका है कि गाय जैसा जानवर भी लोगों को 2 दिन तक नजर नहीं आया. अब ऐसे में अगर कोई बाड़ी नदी में हादसा हो जाता है या किसी तरह का कोई व्यक्ति गिर जाता है, तो उसका पता भी नहीं लग पाएगा. ऐसे में प्रशासन को जलकुंभी निकालने के लिए जल्द से जल्द प्रयास करने चाहिए, नहीं तो किसी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है.